रांची टीम sportsjharkhand.com |
सिल्ली को झारखंड की नयी स्पोर्ट्स नर्सरी बनाए जाने की महती योजना राष्ट्रीय खेल दिवस, 29 अगस्त से मूर्त रूप लेने लगेगी। खेल दिवस के अवसर पर सिल्ली विधानसभा के सभी 50 पंचायतों में तीन आयु वर्गों अंडर 13, अंडर 16 व अंडर 19 वर्ग में प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान 100 मीटर, 1500 मीटर व लांग जंप की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। बालक एवं बालिका वर्ग में आयोजित होनेवाली प्रतियोगिता के विजयी खिलाड़ियों को पंचायत स्तर पर ही मेडल व प्रशस्ती पत्र देकर पुरस्कृत किया जाएगा। इसके बाद 300 विजेताओं के बीच से प्रतीभावान खिलाड़ियों का चयन कर योग्यतानुसार आर्चरी, फुटबाॅल, एथलेटिक्स, वाॅलीबाॅल, वुशू व फेंसिंग के खेल में ओवरआल प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। पूर्व खेल मंत्री सह सिल्ली विधायक सुदेश महतो की अध्यक्षता में सिल्ली फुटबाॅल स्टेडियम में आयोजित एक बैठक में इस निमित फैसला लिया गया। बैठक में अंतरराष्ट्रीय फुटबाॅल कोच सुशील कुमार वर्मा, टाटा वेस्ट बोकारो में कार्यरत एथलेटिक्स प्रशिक्षक राजीव रंजन, आर्चरी के कोच प्रकाश राम, शिशिर महतो व 50 पंचायतों से आए युवा प्रतिनिधि समेत कई खेल प्रेमी शामिल थे।
ऐसा होगा चयन का माॅड्यूल
प्रत्येक पंचायत में अंडर 13, अंडर 16 व अंडर 19 बालक व बालिका वर्ग के लिए 100 मीटर, 1500 मीटर व लांग जंप की प्रतियोगिता होगी। पंचायत स्तर पर दो महिला व दो पुरूष को आयोजन की जिम्मेवारी सौंपी गई है। मैदान का चयन व मार्किंग करने से लेकर आयोजन कराने की जिम्मेवारी इन्ही युवाओं पर होगी।
फुटबाॅल, वाॅलीबाॅल, फेंसिंग व एथलेटिक्स सेंटर खुलेंगे
बिरसा मुंडा आर्चरी व वुशू सेंटर की सफलता के बाद अब फुटबाॅल, वाॅलीबाॅल, फेंसिंग व एथलेटिक्स के सेंटर भी खोले जाने की तैयारी है। खेल दिवस पर आयोजित होनेवाली प्रतिभा खोज प्रतियोगिता के विजेताओं में प्रतीभाशाली खिलाड़ियों का चयन कर उनकी स्ट्रेंथ, शारीरिक बनावट व इंटरेस्ट को देखते हुए नई अकादमियों में जगह दी जाएगी।
खेल को रोजगार से जोड़ने की निःशुल्क प्रशिक्षण योजना
सिल्ली के युवाओं को सेना, अर्द्धसैनिक बल व पुलिस में नियुक्ति के लिए जरूरी प्रशिक्षण की निःशुल्क व्यवस्था की कार्ययोजना तैयार हो गयी है। सेना, अर्द्धसैनिक बल व पुलिस में जाने को इच्छुक युवाओं को एथलेटिक्स कोच की निगरानी में इस कदर प्रशिक्षित किया जाएगा कि नियुक्ति के लिए अनिवार्य फिजिकल टेस्ट पास करने में युवाओं को कोई परेशानी न हो। रोजाना सुबह 3 घंटे व शाम 3 घंटे प्रशिक्षण का कार्यक्रम इस तरह से बनाया जाएगा कि युवा अपनी घरैलू जिम्मेवारियों का निर्वह्न करते हुए निःशुल्क प्रशिक्षण का लाभ ले सकें। इस योजना के शुरूआत की घोषणा भी 29 अगस्त को ही की जानी है।
“युवाओं को भटकाव से रोकने का सबसे सशक्त माध्यम खेल है। हमारा प्रयास है कि खेल से युवाओं को जोड़कर उनका युवाओं सर्वांगिन विकास हो और खेल के जरिए ही वे सम्मानजनक व गौरवमयी आजीविका अर्जित कर पाएं।”
सुदेश महतो, पूर्व खेल मंत्री सह सिल्ली विधायक |