रांची
टीम sportsjharkhand.com |
बोकारो जिला क्रिकेट संघ (BDCA) अपने ऊपर लगे बदनुमा दाग को धोने के लिए हर कुकर्म करने को तैयार नजर आ रहा है। हरला थाने में 31 जनवरी को दर्ज कांड संख्या 19/2023 को मैनेज करने के लिए BDCA के उच्च पदस्थ पदाधिकारी UP के खिलाड़ियों को ही मोहरा बनाकर शिकायतकर्ता अंशुमन सिंह तक पहुंच रहे हैं। UP के रहनेवाले एक खिलाड़ी के जरिए अंशुमन तक 48 हजार रुपए नकद और 35 हजार रुपए का चेक पहुंचवाया है और आश्वासन दिया है कि पूरा पैसा वापस मिल जाएगा। तुम बोकारो चलो और मामला वापस ले लो। मामला रफा दफा करने के लिए UP के रहनेवाले उस खिलाड़ी ने 2 अप्रैल का टिकट बनवाया और अंशुमन के साथ बोकारो आ गया। यहां अंशुमन पर दवाब बनाया गया कि वो मामला वापस ले ले और सारे पैसे वापस मिल जाएंगे। पूरे पैसे वापस नहीं मिले तो अंशुमन ने मामला रफा दफा करने के लिए मिले 48 हजार रुपए और चेक की जानकारी SP कार्यालय और हरला थाने को दे दी है और स्थानीय विधायक सह JSCA सदस्य विरंची नारायण और जिले के आलाधिकारियों से गुहार लगाई है कि उसके पिता के मेहनत की कमाई वापस कराई जाए। साथ ही आरोपियों पर कठोरतम कार्रवाई भी सुनिश्चित कराई जाए।
पूरे मसले पर शिकायतकर्ता की गुहार आप खुद सुनिए 👇🏻
कई नोटिस के बाद भी फरार है मुख्य आरोपी
हरला थाने में दर्ज कांड संख्या 19/2023 का मुख्य आरोपी संतोष कुमार 67 दिन बाद भी पुलिस की पहुंच से दूर है। संतोष झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (JSCA) के संयुक्त सचिव पी एन सिंह का लाडला रहा है और पी एन सिंह JSCA में सदस्य की भूमिका में मौजूद कई वरीय IPS अधिकारियों का लाडला। ऐसे में आशंका है कि पुलिस के बड़े अफसरों का परोक्ष/अपरोक्ष सहयोग नामजद आरोपी और उसके आकाओं को मिल रहा है।इस पूरे मामले के तार भारतीय U 19 टीम के क्षेत्ररक्षण कोच रहे एक शख्स तक भी पहुंच सकती है।
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