रांची टीम sportsjharkhand.com |
17 जून 2015 को राज्य सरकार व CCL के बीच हुए MoU के अनुसार मरांग गोमके एस्ट्रो टर्फ हॉकी स्टेडियम के जीर्णोद्धार व रिपेयरिंग का सारा खर्च CCL को अपने CSR बजट से कराना था। 21 जून 2017 को तत्कालीन मुख्य सचिव राजबाला वर्मा व 3 नवंबर 2018 को तत्कालीन मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी की अध्यक्षता में झारखण्ड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसायटी (सरकार व CCL द्वारा निर्मित संस्था JSSPS) की गवर्निंग काउंसिल की बैठक के मिनट्स में दर्ज है। लेकिन कट मनी पाने की लालच में अधिकारियों ने ये खर्च राज्य सरकार के मत्थे ही मढ़ दिया। अब राज्य सरकार झारखण्ड खेल प्राधिकरण (साझा/SAJHA) के जरिये 8.77 करोड़ रुपये की लागत से एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम का जीर्णोद्धार व रिपेयरिंग कराने जा रही है। इनमे से 4.73 करोड़ रुपये से टर्फ बदला जाएगा जबकि 4.04 करोड़ की लागत से स्टेडियम का जीर्णोद्धार कार्य किया जाएगा।
पांच चरणों तक चले खेल में ऐसे लगा राज्य सरकार को 8.78 करोड़ का चूना
विषय प्रवेश : 2015 में सरकार व CCL द्वारा निर्मित संस्था JSSPS का निर्माण हुआ। MoU के अनुसार खेल गांव के सभी स्टेडियम व अन्य आधारभूत संरचनाओं व मोरहाबादी स्थित एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम के रिपेयरिंग-रेनोवेशन-अपग्रेडेशन का काम CCL को अपने CSR फंड से करना था। CCL ने 24.73 करोड़ के CSR फंड से मुख्य एथलेटिक्स स्टेडियम, टाना भगत इंडोर स्टेडियम व VVIP गेस्ट हाउस की रिपेयरिंग-रेनोवेशन-अपग्रेडेशन कराया। लेकिन खेल गांव के अन्य स्टेडियम का सिर्फ व्हाइट-वॉश (पेंट-पोचाड़ा) हुआ।
पहला चरण : 21 जून 2017 को तत्कालीन मुख्य सचिव राजबाला वर्मा की अध्यक्षता में हुई गवर्निंग काउंसिल की बैठक में JSSPS ने प्रस्ताव लाया की एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम की रिपेयरिंग कराई जाए लेकिन काउंसिल ने फैसला लिया कि MoU के हिसाब से ये काम CCL को करना था और CCL करेगी JSSPS नहीं। मिनट्स में दर्ज है कि
“Hockey Stadium situated at Morabadi is to be provided with new Astroturf by Central Coalfields Limited funds at a budget of approximately Rs. 550 lakhs. Agenda Sl No. (C) para (A) (g) be amended accordingly.”
दूसरा चरण : 3 नवंबर 2018 को तत्कालीन मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी की अध्यक्षता में हुई गवर्निंग काउंसिल की बैठक में CCL ने कहा कि एस्ट्रो टर्फ की लाइफ 10-12 साल होती है इसलिए टर्फ बदलने का काम 2 साल बाद शुरू किया जाएगा क्योंकि टर्फ 2010 में लगा है। इसपर मिनट्स में दर्ज है
12. Not Approved
1. CCL/JSSPS must put up all the records and Technical report before the President EC, JSSPS.
2. President EC, JSSPS will set up a technical committee to examine the need for immediate replacement of Astroturf. The said committee will submit report within 15 days.
तीसरा चरण : 26 जून 2019 को गवर्निंग काउंसिल के अंडर काम करनेवाली एग्जेक्युटिव काउंसिल की बैठक हुई। बैठक की मिनट्स के एजेंडे में दर्ज है
(Xii) (a) EC members discussed about Hockey Stadium, Morabadi. Hockey discipline is not yet started at JSSPS. It is decided that due to budget constraints the Astroturf Hockey Stadium, Morabadi may be transferred to SAJHA.
CCL के अधिकारियों ने अपनी जिम्मेवारी व खर्च सरकार के ऊपर डाल दी और सरकार के अधिकारियों ने कट मनी के लालच में अपने आलाधिकारियों की बात को धता बताते हुए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में लिए गए निर्णय को ही पलट दिया।
चौथा चरण : 13 सितंबर 2019 को तत्कालीन मुख्य सचिव डीके तिवारी की अध्यक्षता में हुई गवर्निंग काउंसिल की बैठक में 26 जून को EC की बैठक में हुए निर्णय पर सहमति ले ली गई और कनीय अधिकारियों ने मुख्य सचिव की सहमति के साथ ही अपने पाप को धो दिया। न कोई तकनीकी कमिटि बनी न ही 15 दिन में कोई रिपोर्ट आई। मिनट्स में लिखा है
(vi) Astroturf Hockey Stadium, Morhabadi
Astroturf Hockey Stadium discussed in the Executive Council meeting held on 26 June 2019.
As per decision of 5th EC meeting Astroturf Hockey Stadium may be handed over to SAJHA.
The same may be approved please.
APPROVED.
पांचवां चरण : JSSPS द्वारा 2018-19 में बनाये गए 5.50 करोड़ रुपये के बजट को SAJHA के काबिल अधिकारियों ने 2020-21 में 8.78 करोड़ का बना डाला। इसके अलावा लाखों रुपये की लागत से एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम का जीर्णोद्धार भी 2019-20 में करवा दिया गया। अब दोबारा जीर्णोद्धार हो रहा है।
लब्बोलुआब : JSSPS में राज्य सरकार व CCL के पदेन आलाधिकारी शामिल हैं। रोजना के काम CCL के कनीय अफसर देखते हैं। सरकार के सभी अधिकारियों का ट्रांसफर-पोस्टिंग लगातार होता रहता है लेकिन CCL के कनीय अधिकारियों का ट्रांसफर न के बराबर होता है। ऐसे में CCL के कनीय अधिकारी जानकारी के हिसाब से ज्यादा इक्विपड होते हैं। इसी का नतीजा है कि वे अपने एजेंडे में कामयाब होते हैं और कट मनी को लालायित राज्य सरकार के अधिकारियों को तो मौके की तलाश रहती है। मौका मिल गया तो लाइफ झिंगालाला !
जानकार बताते हैं की हिम्मतवाली सरकार में कट मनी का रेट 4 ℅ मुकर्रर किया गया है। कम बता दिया हो तो अग्रिम क्षमायाचना
2009 व 2019 में भी हॉकी स्टेडियम का हो चुका है जीर्णोद्धार कार्य
मोरहाबादी स्थित एस्ट्रो टर्फ हॉकी स्टेडियम का निर्माण 1989 से 1991 के बीच हुआ। 2009 में पहली बार राष्ट्रीय खेलों के नाम पर एस्ट्रो टर्फ बदला गया। साथ में चारों ओर गैलरी व स्टैंड भी बनाये गए। 2009 में कुल लागत आई थी 7 करोड़ 32 लाख 45 हज़ार रुपये। इसके बाद 2019-20 में लगभग 60 लाख (अनुमान के अनुसार) रुपये की लागत से स्टेडियम का जीर्णोद्धार किया गया। अब 8.78 करोड़ की लागत से जीर्णोद्धार किया जा रहा है।