रांची टीम sportsjharkhand.com |
2024 के ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के लक्ष्य के साथ शुरू किए गए झारखण्ड राज्य खेल प्रोत्साहन सोसायटी (JSSPS) के प्रशासक खिलाड़ियों के नाम पर खुद चांदी काटने में जुटे हैं। JSSPS में खिलाड़ियों की सेवा के लिए पदस्थापित CCL की पुष्पा हस्सा रविवार की सुबह एक कोच व एक महिला वॉर्डन को अपने साथ धनबाद ले गईं। पुष्पा हस्सा को अपने पैर का इलाज कराना था इसलिए एक कोच व गर्ल्स हॉस्टल में पदस्थापित एक महिला वॉर्डन को अपने अटेंडेंट के तौर पर लेती चली गईं। खास बात ये रही कि तीनों में से किसी ने भी अपने आलाधिकारियों से न तो छुट्टी ली न ही किसी आलाधिकारी को हॉस्टल से बाहर जाने के संदर्भ में बताया। सोमवार की सुबह व शाम में कैडेट्स बगैर कोच के ही प्रैक्टिस में जुटे रहे। खबर लिखे जाने तक न तो कोच मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स स्थित JSSPS पहुंचा है न ही महिला वॉर्डन।
sportsjharkhand.com ने जब JSSPS के लोकल मैनेजमेंट कमिटि (LMC) के CEO से तीनों की अनुपस्थिति पर सवाल दागा तो उन्होंने स्वीकार किया कि हमारे ही एक अधिकारी की कर्तव्यहीनता के कारण ऐसी परिस्थिति बनी है। मेरे संज्ञान में ये मामला आया है और तीनों को बगैर बताए हॉस्टल, प्रशिक्षण व ऑफिस से गायब रहने के संदर्भ में शो-कॉज नोटिस किया जाएगा और उचित कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाएगी।
गर्ल्स हॉस्टल की वॉर्डन पर पहले भी लगते रहे हैं आरोप
गर्ल्स हॉस्टल की वॉर्डन पर कुछ गर्ल्स कैडेट्स ने बहुत ही गंभीर नेचर के आरोप लगाए थे लेकिन अपने बॉस पुष्पा की शह पर वार्डन की गद्दी सुरक्षित रही। हां कार्रवाई न होता देख कुछ गर्ल्स कैडेट्स ने हॉस्टल छोड़ दिया और कुछ ने छोड़ने का आवेदन दे रखा है। पहले भी वार्डन बगैर बताए गायब रहती थी। कई बार मौखिक तौर पर वार्निंग मिली लेकिन जब सैयां भये कोतवाल तो डर काहे का.