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पेरिस में खेली जा रही विश्वकप तीरंदाजी प्रतियोगिता में रांची की दीपिका कुमारी ने ने महज पांच घंटे में स्वर्ण पदकों की हैट्रिक लगाते हुए रिकर्व एकल, रिकर्व टीम व रिकर्व मिश्रित युगल का खिलाब जीत इतिहास रच दिया है। दीपिका कुमारी के ऐतिहासिक प्रदर्शन की बदौलत रविवार का दिन भारतीय तीरंदाजी के इतिहास का सबसे स्वर्णीम दिन में तब्दील हो गया। दीपिका ने सुबह-सुबह कोमोलिका बारी व अंकिता भगत के साथ मिलकर रिकर्व महिला का स्वर्ण पदक जीता। इसके एक घंटे बाद ही दीपिका ने अपने पति अतानु दास के साथ मिलकर मिश्रित युगल का खिताब भी जीत लिया। दूसरे गोल्ड जीतने के लगभग तीन घंटे बाद ही दीपिका ने दिन का तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण एकल रिकर्व महिला का खिताब भी अपने नाम किया। इससे पहले कंपाउंड पुरूष एकल का खिताब भी भारत के अभिषेक ने शनिवार को जीता था।
दक्षिण कोरिया के बाद रिकर्व में तीन स्वर्ण जीतने वाला दूसरा देश बना भारत
एक विश्व कप में ओलंपिक स्पर्धा रिकर्व में तीन स्वर्ण पदक भारत ने इतिहास रच दिया है। दक्षिण कोरिया के बाद भारत दूसरा देश बन गया है जिसने तीन स्वर्ण पदक रिकर्व में जीता है। इससे पहले किसी भी विश्व कप के इतिहास में भारत कभी रिकर्व स्पर्धा में एक स्वर्ण पदक से ज्यादा नहीं जीत पाया है। रिकर्व व कंपाउड मिलाकर भारत के धनुर्धरों ने ओलंपिक से ठीक पहले पेरिस में खेले गए विश्वकप के तीसरे चरण में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए चार स्वर्ण पदक जीते। ये भी एक रिकाॅर्ड है, पता हो कि एक विश्व कप में रिकर्व के पांच और कंपाउंड के पांच गोल्ड दांव पर रहते हैं।
रजत जयंती वर्ष में टाटा आर्चरी अकादमी का स्वर्णीम पदर्शन, जीते तीन गोल्ड
टाटा आर्चरी अकादमी, जमशेदपुर अपनी स्थापना का रजत जयंती वर्ष मना रहा है। इस वर्ष में अकादमी के प्रशिक्षुओं दीपिका कुमारी, कोमोलिका बारी, अंकिता भगत व अतानु दास ने कुल मिलाकर तीन स्वर्ण पदक जीतते हुए रजत जयंती वर्ष को स्वर्णीम वर्ष में तब्दील कर दिया है। भारतीय तीरंदाजी के लिए ऐतिहासिक दिन है। संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अर्जुन मुंडा जी के कुशल नेतृत्व में हमारे तीरंदाजों ने वह कर दिखाया, जिसका सपना हमने टाटा आर्चरी अकादमी की स्थापना के वक्त 25 साल पहले देखा था। संजीवा सिंह, भारतीय तीरंदाजी टीम के हाई परफाॅमेंश डायरेक्टर
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द्रोणाचार्य अवाॅर्डी पूर्णिमा महतो की शिष्याओं ने रचा इतिहास
भारतीय महिला रिकर्व टीम की कोच द्रोणाचार्य अवाॅर्डी पूर्णिमा महतो हैं। तीनों महिला तीरंदाजों को वे टाटा आर्चरी अकादमी व भारतीय टीम में वर्षों से प्रशिक्षण दे रही हैं। पूर्णिमा महतो के लिए भी ये गौरवशाली क्षण है कि उनकी प्रशिक्षुओं ने एक विश्व कप में तीन-तीन स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। ज्ञात हो कि पूर्णिमा महतो झारखंड राज्य तीरंदाजी संघ की महासचिव भी हैं।
भारतीय तीरंदाजी संघ की मेहनत रंग लायी है। स्वर्णीम प्रदर्शन के लिए दीपिका, कोमोलिका, अंकिता, अतानु व अभिषेक को बधाईयां। विश्व कप के अच्छे प्रदर्शन से हमारे तीरंदाज ओलंपिक में उंचे मनोबल के साथ उतरेंगे और इतिहास रचेंगे।
अर्जुन मुंडा, केन्द्रीय मंत्री सह अध्यक्ष भारतीय तीरंदाजी संघ