रांची |
स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SGFI) खेलों के आयोजन को लेकर एक बार फिर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तथा खेल निदेशालय आमने-सामने हैं। एक ओर जहां खेल निदेशालय ने SGFI U 19 बालक बालिका टीम के चयन के लिए समाचार पत्रों में विज्ञापन के जरिए 27 मई से ट्रायल की घोषणा कर दी है वहीं दूसरी ओर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के सचिव को पत्र लिखकर गहरी आपत्ति जताई है। शिक्षा सचिव के रवि कुमार के हस्ताक्षर से जारी पत्र में कहा गया है कि SGFI कार्यकारिणी समिति की बैठक के निर्णयानुसार राज्य में SGFI से जुड़े खेलों का संचालन स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को करना है। इसलिए खेल निदेशालय द्वारा ट्रायल से जुड़ी विज्ञप्ति को रद्द किया जाए और SGFI के टीम गठन में सहयोग किया जाए। पत्र में इस बात का भी उल्लेख है कि झारखंड शिक्षा परियोजना अंतर्गत 2022-23 में आयोजित खेलो झारखंड प्रतियोगिता में स्कूल, प्रखंड, जिला व राज्य स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करनेवालों खिलाड़ियों के बीच से SGFI U 19 बालक व बालिका टीम के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पत्र में खेल निदेशालय द्वारा शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित नहीं करने की भी चर्चा है।
शिक्षा विभाग ने SGFI टीम गठन के लिए शुक्रवार को बुलाई बैठक, खेल निदेशक व JOA के जरिए सभी खेल संघों को भेजा बुलावा
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने एक दूसरा पत्र जारी करते हुए SGFI की U 19 बालक एवं बालिका टीम के गठन तथा खेलो झारखंड 2023-24 के आयोजन को लेकर एक बैठक शुक्रवार 26 मई को बुलाई है। इस बैठक में भाग लेने के लिए खेल निदेशक, झारखंड खेल प्राधिकरण (SAJHA) के कार्यकारी निदेशक, झारखंड राज्य खेल प्रोत्साहन सोसायटी (JSSPS) के LMC के CEO को बुलावा भेजा गया है। साथ ही झारखंड ओलंपिक संघ (JOA) के जरिए सभी खेल संघों के पदाधिकारियों को भी न्योता भेजा गया है। इस बैठक में सभी 24 जिलों से एक एक शारीरिक शिक्षक को भी आमंत्रित किया गया है। बैठक शुक्रवार को 11 बजे से झारखंड शिक्षा परियोजना के JSCA स्टेडियम रोड स्थित कार्यालय में बुलाई गई है।
SGFI चुनाव के वक्त भी शिक्षा और खेल विभाग थे आमने-सामने, तब बाजी शिक्षा विभाग के हाथ लगी थी
लगभग छह माह पहले भी स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग और खेल निदेशालय आमने सामने थे। वक्त था SGFI की कार्यकारिणी के चुनाव का, तब बाजी शिक्षा विभाग के हाथ लगी थी। पता हो कि छह माह पहले तक झारखंड में SGFI के समस्त क्रियाकलापों की देखरेख खेल निदेशालय ही कर रहा था। लेकिन चुनाव के वक्त बाजी शिक्षा विभाग ने मार ली तभी से ये आशंका थी कि दोनों विभाग प्रतियोगिता आयोजन के दौरान टकराएंगे और ऐसा ही होता हुआ दिख रहा है। पता हो कि सरकार ने लगभग दो माह पहले NCC को खेल निदेशालय से हटाकर प्राथमिक शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अधीन कर दिया है।