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झारखंड के आवासीय व डे बोर्डिंग सेंटरों में अब प्रशिक्षकों की नियुक्ति जिला स्तर पर होगी। टेंडर निकालने, रद्द करने फिर निकलने में व्यस्त निदेशालय की ओर से 20 अप्रैल को इस निमित्त जिला को पत्र लिखा गया था। इसी पत्र के आलोक में अखबारों में इस निमित्त विज्ञापन निकाला गया है। विज्ञापन के अनुसार नियुक्ति प्रक्रिया के पश्चात जिला स्तरीय समिति चयनित प्रशिक्षक के नाम को अनुमोदन के लिए निदेशालय भेजेगी। लातेहार जिला में विज्ञापन के निकलते ही झारखंड डिप्लोमा खेल प्रशिक्षक संघ ने इस निर्णय का जोरदार विरोध किया है। संघ के अध्यक्ष ओलंपियन मनोहर टोपनो ने कहा है कि सरकार प्रशिक्षकों को निदेशालय व जिला के खेल अधिकारियों के बीच पेंडुलम बनाने पर तुली हुई है, जिसका पुरजोर विरोध लोकतांत्रिक तरीके से किया जाएगा। राज्यस्तरीय पद के लिए जिला स्तर पर नियुक्ति होने के बाद इस बात की पूरी संभावना है कि जिला में प्रशिक्षक खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने की बजाय DSO ऑफिस के ‘अवैतनिक धांगर’ बना दिए जाएं।
किस खेल के प्रशिक्षक चाहिए, विज्ञापन में जिक्र नहीं
लातेहार जिला के लिए जो विज्ञापन निकाला है। उसमें किस किस खेल के लिए प्रशिक्षकों की कितनी संख्या में जरूरत है और कितना मानदेय मिलेगा, इसका कोई जिक्र नहीं है। लातेहार में एथलेटिक्स व हॉकी के आवासीय सेंटर हैं जबकि एथलेटिक्स, हॉकी, फुटबॉल व वॉलीबॉल के डे बोर्डिंग सेंटर हैं। लेकिन विज्ञापन के आधार पर अगर स्विमिंग का कोई अहर्ताधारी आवेदन करता है तो क्या होगा ? संभव है कि विज्ञापन निकालने वाले काबिल अफसर उसे हॉकी के प्रशिक्षण का प्रभार भी सौंप दें ! ठीक वैसे ही जैसे खुद प्रभार में हैं ?
अहर्ता तय करने में भी कट पेस्ट का सहारा
प्रशिक्षकों के लिए जो अहर्ता तय की गई है वो विरोधाभाषी है।
संबंधित विषय में NSNIS Diploma
किसी भी मान्यताप्राप्त भारतीय/विदेशी संस्थान
काबिल अफसरान ई NSNIS Diploma की पढ़ाई पूरे भारतवर्ष में कहां होती ?
काबिल अफसर NSNIS कोई डिग्री नहीं बल्कि संस्थान का नाम है, जो पटियाला में है। Netaji Subhash National Institute of Sports.
जब इसी संस्थान का डिप्लोमाधारी चाहिए था तो फिर नीचे क्यों लिखा किसी भी मान्यता प्राप्त भारतीय/विदेशी संस्थान ?
इसके अलावा एक और अहर्ता रखी गई है बैकडोर वाली। विश्वविद्यालय से संबंधित विषय में प्रशिक्षक के रूप में Diploma. मतलब BPEd व MPEd करने वालों के लिए भी रास्ते खोले गए हैं।
“संघ ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। जल्द ही बैठक कर आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी और जोरदार विरोध होगा।”
मनोहर टोपनो, अध्यक्ष,
झारखंड डिप्लोमा खेल प्रशिक्षक संघ