पिछले चार माह से बर्खास्तगी की लटक रही तलवार की जद में आकर आखिरकार भोलानाथ सिंह को भारतीय कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष के पद से हाथ धोना ही पड़ गया। इसकी आधिकारिक घोषणा 24 जनवरी 2021 को नोयडा के होटल रॉयल पैलेस में भारतीय कुश्ती संघ की वार्षिक आम सभा के दौरान की गई। अध्यक्ष सह सांसद बृज भूषण शरण सिंह ने स्वयं घोषणा की कि कुछ कारणों से भोलानाथ ने इस्तीफा दिया है। कारणों का खुलासा नहीं किया गया लेकिन इसे आम सभा ने स्वीकार कर लिया और जॉइंट सेक्रेटरी दर्शन लाल को भोला की जगह नया उपाध्यक्ष चुन लिया गया। गोवा के आदित्य प्रसाद सिंह को नया जॉइंट सेक्रेटरी बनाया गया। कुश्ती संघ के AGM की मिनट्स मंगलवार की देर रात सार्वजनिक हुई, जिसकी एक प्रति sportsjharkhand.com के पास मौजूद है।
पता हो कि तेलंगाना के एक कुश्तिप्रेमी बियापु सैलू ने खेल मंत्रालय, SAI व भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) को पत्र लिखकर भोलानाथ द्वारा IOA के संविधान व भारत सरकार के स्पोर्ट्स कोड के विभिन्न प्रावधानों का उल्लंघन का मामला उठाया था। मामला सामने आने के बाद ही राष्ट्रीय कुश्ती संघ ने भोलानाथ को कुश्ती या हॉकी में से किसी एक को चुनने का फरमान सुना दिया गया था।
IOA के संविधान उल्लंघन का दोषी है भोलानाथ
IOA के संविधान के विभिन्न प्रावधानों का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन कर भोलानाथ राज्य व राष्ट्रीय स्तर के दो-दो खेल संघों में विभिन्न पदों पर निर्वाचित-मनोनीत हो गया था। IOA संविधान के अनुसार एक राज्य खेल संघ का पदाधिकारी किसी अन्य राज्य खेल संघ का सदस्य भी नहीं हो सकता। भोलानाथ इस प्रावधान से एक कदम आगे जाकर हॉकी इंडिया व राष्ट्रीय कुश्ती संघ में उपाध्यक्ष बन बैठा। मामला प्रकाश में आने के बाद से झारखंड से लेकर दिल्ली तक मामला सेटल करने का प्रयास हुआ लेकिन परिणाम वही आया जिसकी आशंका थी।
वरीय IAS की पैरवी भी काम न आई
भोलानाथ को बचाने में झारखंड व भारतीय कुश्ती संघ से लंबे समय से जुड़े रहे झारखंड कैडर में कार्यरत एक वरीय IAS अधिकारी की पैरवी भी काम न आई। ये वरीय अधिकारी भोला के पक्ष में राष्ट्रीय कुश्ती संघ के वरीय पदाधिकारियों का मन बदलने में नाकामयाब रहे। राष्ट्रीय कुश्ती संघ के पदाधिकारियों ने IAS अधिकारी की एक न सुनी।
इस्तीफा के बाद भी पद का मोह नहीं छोड़ पाया भोलानाथ
24 जनवरी को AGM में इस्तीफा स्वीकार किये जाने के बाद 30 जनवरी को भोलानाथ ने एक व्हाट्सएप्प ग्रुप में खबर-तस्वीर डाली। जिसमें वो राष्ट्रीय अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह को बुके देते हुए दिख रहा है। तस्वीर में चेहरे की हवाईयां उड़ी हुई हैं लेकिन खुद को भारतीय कुश्ती संघ का उपाध्यक्ष बताने से नहीं चूका। पद का मोह इतनी जल्दी नहीं जाता।
|
झारखंड कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद भी खतरा मंडराया
भारतीय कुश्ती संघ से छुट्टी होने के बाद अब भोलानाथ की झारखंड कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से भी हटाये जाने का खतरा मंडराने लगा है। कारण IOA संविधान के उल्लंघन के अलावा राज्य से बाहर के खिलाड़ियों को झारखंड से खेलाए जाने का मामला है। एक RTI इस संबंध में डाली गई है जिसमें झारखंड की ओर से राष्ट्रीय स्तर की कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लेनेवाले पहलवानों की सूची, पता व आधार नंबर मांगे गए हैं। सूत्र बताते हैं कि बाहरी खिलाड़ियों के झारखंड से खेलने की पुष्टि हो गई है। पता हो कि बाहरी खिलाड़ी खेलाए जाने के आधार पर ही त्रिपुरा राज्य कुश्ती संघ की मान्यता रद्द कर दी गई थी। इसी आधार पर झारखंड कुश्ती संघ पर भी निलंबन का खतरा मंडरा रहा है।
मामला बढ़ा तो झारखंड ओलंपिक संघ (JOA) के कई पदाधिकारी भी आएंगे जद में
IOA के संविधान के उल्लंघन का मामला तूल पकड़ा तो JOA भी इसकी जद में आएगा। JOA में लगभग आधे दर्जन ऐसे पदाधिकारी हैं जो कई राज्य खेल