रांची |
गोवा में होनेवाले राष्ट्रीय खेलों के लिए टीम गठन को लेकर झारखंड के विभिन्न खेल संघ के पदाधिकारी अपने चहेते खिलाड़ियों को टीम में शामिल कराने को लेकर मैदान के बाहर दूसरे ही खेल में व्यस्त हो गए हैं। लॉन बॉल के बाद अब तीरंदाजी में हुए मैदान के बाहर हुए खेल का मामला सामने आया है। 5 से 10 अक्टूबर तक मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स स्थित आर्चरी सेंटर फॉर एक्सीलेंस में आयोजित ट्रायल में शुभदीप हाजरा का चयन रिकर्व टीम के लिए हुआ था। (देखें सूची) शुभदीप ने 1304 अंक लाते हुए ट्रायल में तीसरा स्थान प्राप्त किया और राष्ट्रीय खेल के लिए अपना स्थान सुरक्षित किया। इसके बाद शुभदीप राष्ट्रीय खेल की तैयारियों के लिए आयोजित कैंप में अभ्यास करता रहा। 21 अक्टूबर को कैंप की समाप्ति के बाद जब गोवा राष्ट्रीय खेल के लिए टीम की घोषणा हुई तो शुभदीप हाजरा को आश्चर्यजनक रूप से बाहर कर दिया गया। कारण ये बताया गया कि शुभदीप के पास झारखंड का डोमिसाइल और आधार कार्ड नहीं है, इसलिए बाहर किया गया और चौथे स्थान पर रहनेवाले श्रेय भारद्वाज को टीम में शामिल कर लिया गया। श्रेय भारद्वाज के संदर्भ में बताया जाता है कि वे झारखंड तीरंदाजी संघ के दो वरीय पदाधिकारियों के लाडले खिलाड़ी/प्रशिक्षु रहे हैं।
सफेद झूठ बोल रहा है झारखंड तीरंदाजी संघ
झारखंड तीरंदाजी संघ (JAA) द्वारा “बाहरी” बता टीम से निकाले जाने के मामले में sportsjharkhand.com ने पड़ताल की तो पता चला कि शुभदीप पिछले एक वर्ष से झारखंड खेल प्राधिकरण (SAJHA) के सेंटर फॉर एक्सीलेंस दुमका में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इससे पहले शुभदीप नवंबर 2016 से अप्रैल 2021 तक टाटा आर्चरी अकादमी (TAA) में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे। शुभदीप हाजरा के पिता बोकारो में निजी काम करते थे और चास इलाके में रहते थे। शुभदीप के पास जनवरी 2016 से चास, बोकारो के पते पर पर बना आधार कार्ड भी मौजूद है। फिर किस आधार पर शुभदीप हाजरा को “बाहरी” बता टीम से निकाला गया ?
गोवा की “फेनी” के चक्कर में प्रशिक्षक ने किया खेला
जानकारी मिली है की सुरा के शौकीन एक प्रशिक्षक ने गोवा की फेनी (गोवा में मिलनेवाली एक लोकल शराब) चखने के लालच शुभदीप हाजरा को टीम से बाहर निकालने के षड्यंत्र पर अपनी हामी भर दी। दरअसल कोच के रूप में नियमतः किसी और का चयन हो रहा था लेकिन स्वार्थपूर्ति के लालच में “गिव एंड टेक” के तहत शुभजीत की बलि दे कोच साहेब ने गोवा और फेनी के लिए अपना टिकट पक्का कर लिया और खिलाड़ी के सुनहरे सपने के साथ खेला हो गया।
शुभदीप झारखंड का नहीं तो SAJHA के सेंटर फॉर एक्सीलेंस में कैसे हुआ चयन ?
SAJHA के सेंटर फॉर एक्सीलेंस में चयन की एक अनिवार्य शर्त है, प्रशिक्षु का झारखंड का स्थाई निवासी होना।(देखे SAJHA के विज्ञापन में दी गई शर्त लाल घेरे में) शुभदीप हाजरा अगर इस शर्त को पूरा नहीं करता था तो उसका चयन किन-किन लोगों ने SAJHA के तय मापदंडों के प्रतिकूल व नियम विरुद्ध जाकर किया ? पिछले एक वर्ष से शुभादीप सेंटर फॉर एक्सीलेंस का प्रशिक्षु है और इस दौरान उसने झारखंड में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया।
आश्चर्य :शुभदीप को गोवा राष्ट्रीय खेल के लिए ना लेकिन सीनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए हां
झारखंड तीरंदाजी संघ (JAA) ने 21 अक्टूबर को पत्र जारी कर तीन टीमों की घोषणा की है। इसमें से गोवा राष्ट्रीय खेल के लिए जारी टीम में शुभदीप हाजरा को “बाहरी” बता निकाल दिया गया लेकिन सीनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए जारी टीम में “झारखंडी” बता शामिल कर लिया गया है। (देखें तस्वीर) JAA के इस वैचारिक दिवालियेपन को क्या नाम दिया जाए।