रांची
टीम sportsjharkhand.com |
बोकारो जिला क्रिकेट संघ (BDCA) के सचिव अरविंद कुमार सिंह पंजाब के किसी स्कूल में कार्यरत हैं, पैसे लेकर टीम में जगह दिलाने के आरोप के बाद कोषाध्यक्ष संजय कुमार पांडेय ने 13 अप्रैल को इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में BDCA द्वारा होनेवाला खर्च कहां से और कैसे किया जा रहा है ? BDCA का बैंक अकाउंट कौन ऑपरेट कर रहा है ? इस्तीफा स्वीकृति के बाद भी कोषाध्यक्ष का नाम अब तक बैंक अकाउंट के ऑपरेशन में क्यों दिख रहा है ?
क्या JSCA की तीन सदस्यीय कमिटी ने इन सवालों के जवाब ढूंढने का प्रयास किया ? इसका जवाब तो कमिटी के सदस्य ही दे सकते हैं लेकिन sportsjharkhand.com के पास मौजूद दस्तावेज बताते हैं कि 28 अप्रैल तक (संभव है आज तक भी) बैंक ऑफ इंडिया के जैनामोड़, बोकारो ब्रांच के अकाउंट नंबर 479810110020213 का ऑपरेशन सचिव अरविंद कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष संजय कुमार पांडेय और संयुक्त सचिव रूपेश कुमार कर रहे हैं।
BDCA के सत्र 2021-25 का चुनाव 28 अगस्त को संपन्न हुआ। चुनावी दस्तावेजों के अनुसार BDCA में 5 संयुक्त सचिव निर्वाचित हुए थे। राजेश्वर सिंह, नौशाद खान, अनिल कुमार, उमेश कुमार पाठक और दिलीप सिंह। फिर 23 जून 2022 को बैंक ऑफ इंडिया के दस्तावेज में रूपेश कुमार संयुक्त सचिव कैसे बन गए ? दरअसल चुनाव में रूपेश कुमार सहायक सचिव निर्वाचित हुए थे। संभव है कि रूपेश कुमार को संयुक्त सचिव का कोई पद खाली रहने की स्थिति में प्रमोट किया गया हो। लेकिन 5 संयुक्त सचिव में से रुपेश कुमार ही क्यों बनाए गए हस्ताक्षरी ? बाकी संयुक्त सचिव क्यों नहीं ? पहले से निर्वाचित संयुक्त सचिवों में ऐसा कौन सा अवगुण था कि वे बैंक ऑपरेट नहीं कर सकते थे और ये निर्णय कब और किसकी अध्यक्षता में लिया गया। क्या BDCA का संविधान इसकी इजाजत देता है ?
क्या 28 अगस्त 2021 और 23 जून 2022 के बीच BDCA की आम सभा रेंज DIG की अध्यक्षता में हुई जिसमें रूपेश कुमार को किसी अन्य साथी की जगह संयुक्त सचिव बनाया गया ? सवाल कई हैं जो अनुत्तरित हैं ?
जांच समिति की शह पर वार्षिक अकाउंट दुरुस्त करने में जुटा BDCA
झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (JSCA) के अध्यक्ष के निर्देश पर बनी जांच कमिटी को अपनी रिपोर्ट 10 दिन में सौंपनी थी। कमिटी का गठन 13 अप्रैल को हुआ लेकिन 20 दिन गुजर जाने के बाद भी जांच समिति अपनी रिपोर्ट नहीं सौंप पाई। जांच समिति अपनी रिपोर्ट सौंपने में देरी इसीलिए कर रही है, कि BDCA के पदाधिकारियों को पिछले कई वर्षों के अकाउंट के कच्चा लेखा जोखा को दुरुस्त कर पक्का करने का वक्त मिल सके।
तय मापदंडों के अनुसार अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष ही करते हैं कोष का संचालन
आम तौर पर किसी भी निबंधित संस्था में कोष का संचालन अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष ही करते हैं। BDCA इस मामले में थोड़ा अलग है। जबकि BDCA की मातृ संस्था JSCA और JSCA की मातृ संस्था BCCI में भी यही व्यवस्था है। पता नहीं क्या मजबूरी है की BDCA के आकाओं ने संयुक्त सचिव को भी हस्ताक्षरी बना रखा है।