रांची |
21 जून 2014 को HEC धुर्वा स्थित JSCA इंटरनेशनल स्टेडियम कॉम्प्लेक्स में कंट्री क्रिकेट क्लब (CCC) का शुभारंभ हुआ। नौ वर्ष तक CCC का अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष और सदस्य कौन होगा ये JSCA के “शेर” यानी अमिताभ चौधरी ही तय करते आ रहे थे। जिस “मेमने” पर उन्होंने हाथ धर दिया, सभी ने उसे सहर्ष स्वीकार कर लिया लेकिन अमिताभ चौधरी के निधन के बाद मेमनों के कई गुट बन गए हैं। आश्चर्य की सभी मेमने पंचतंत्र के “रंगा सियार” की भांति खुद को शेर समझने की मृगमरिचिका में गहरे डूबे हुए हैं। मृगमरिचिका में डूबे हुए मेमनों के इर्द गिर्द चाटुकारों की फौज भी तैयार हो गई है। चाटुकार ये तय करने में जुटे हैं कि मेमने एक ना हो जाएं क्योंकि अगर ऐसा हो गया तो चाटुकारों को CCC की बोटी में से हिस्सा कैसे मिलेगा।
आगामी अगस्त-सितंबर में संभावित CCC के वार्षिक चुनाव को लेकर पिछले एक माह से विभिन्न गुटों के बीच सुगबुगाहट शुरू हो गई है। डिनर डिप्लोमेसी, किचन कैबिनेट की लगातार बैठकें के अलावा रांची और जमशेदपुर के सदस्यों के घरों पर “टीमें” भेजी जा रही है। मतलब माहौल चुनावी हो चला है और नौ साल बाद पहली बार CCC में चुनाव अवश्यंभावी लग रहे हैं। इस चुनाव को अमिताभ चौधरी के नजदीकी होने का दावा करनेवाले सभी लोग अपनी “औकात” नापने के लिए कर रहे हैं। जिससे 2025 में होनेवाले JSCA चुनाव की रणनीति बनाई जा सके।
धुर विरोधी संजय सिंह और संजय सहाय की जुगलबंदी
2019 के चुनाव में एक दूसरे के खिलाफ तलवार खींचनेवाले पूर्व उपाध्यक्ष संजय सिंह और वर्तमान अध्यक्ष संजय सहाय बदली हुई परिस्थिति में एक हो गए हैं। संजय सिंह की इच्छा 2025 में JSCA के अध्यक्ष बनने की है। दोनों ने CCC चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा भी कर दी है। संजय सिंह गुट के सुनील साहु अध्यक्ष पद के उम्मीदवार होंगे जबकि सचिव पर संजय सहाय के स्वजातीय और अपरोक्ष रूप से झारखंड सरकार चला रहे “सरकार” के जीजाजी विनय कर्ण उम्मीदवारी पेश करेंगे। पता हो की विनय कर्ण को पहले अध्यक्ष के तौर पर संजय सहाय ने प्रोजेक्ट किया था लेकिन संजय सिंह से विचार विमर्श के बाद फैसला पलट गया। इस ग्रुप ने रणजी ट्रॉफी टीम के चयनकर्ताओं के साथ JSCA में नए नए बने एक सदस्य को “वोटरों” के घरों में भेजना भी शुरू कर दिया है। रांची के मतदाताओं को एक रखने के लिए बैठकों का आयोजन भी हो चुका है। अध्यक्ष और सचिव दोनों ही प्रत्याशी रांची से देकर इस ग्रुप ने एक बड़ी चुनावी रणनीतिक गलती कर दी है।
जमशेदपुर का खेमा अलग थलग पड़ा
जब तक अमिताभ चौधरी रहे तब तक उन्होंने अपने गुट के जमशेदपुर के सदस्यों पर जमकर प्यार लुटाया। उनके जाने के बाद जमशेदपुर का खेमा अलग थलग पड़ गया है। जानकारी मिल रही है कि CCC के वर्तमान अध्यक्ष राजेश वर्मा बॉबी दोबारा अध्यक्ष पद पर अपनी दावेदारी पेश करेंगे। पता हो कि लोढ़ा कमिटी की सिफारिशें लागू होने के बाद राजेश वर्मा बॉबी JSCA की चुनावी राजनीति से तड़ीपार किए जा चुके हैं।
IPS अखिलेश झा भी ले रहे रुचि
JSCA के सदस्य और IG मुख्यालय अखिलेश झा भी बदली हुई परिस्थितियों में एक्टिव मोड पर आ गए हैं। अमिताभ चौधरी की लेगेसी को बचाने के नाम पर कई बैठकें हो चुकी हैं और संभव है आगे भी बैठकें हों। इस ग्रुप में अमिताभ चौधरी के किचन कैबिनेट के कई साथी भी शामिल हैं।
अजयनाथ शाहदेव भी मैदान में डटे
CCC के वर्तमान सचिव व रांची के पूर्व डिप्टी मेयर अजयनाथ शाहदेव भी मैदान में डटे हैं। पूरी संभावना है कि CCC के चुनाव में महत्वपूर्ण पदों पर इस गुट से भी प्रत्याशी दिए जाएं।
पिंटू दा और कुलदीप सिंह जैसे लोग तटस्थ की भूमिका में
JSCA के वर्तमान सचिव पिंटू दा और JSCA के पूर्व अध्यक्ष कुलदीप सिंह CCC के चुनावी बिसात में तटस्थ की भूमिका में नजर आ रहे हैं। वे किसी भी ग्रुप का हिस्सा नहीं हैं लेकिन वे सबके साथ दिख रहे हैं। संभव है कि ऐसे तटस्थ लोग भी चुनाव में स्वयं या अपने साथियों के माध्यम से प्रत्याशी के रूप में नजर आएं।