रांची
टीम sportsjharkhand.com |
बोकारो जिला क्रिकेट संघ (BDCA) में पैसे के बदले टीम में जगह दिलाने और वित्तीय अनियमितता की जांच कर रही झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (JSCA) की तीन सदस्यीय जांच समिति की प्राइमरी फाइंडिग्स काफी गंभीर है। BDCA की निर्वाचित कमिटी को भंग करने के संदर्भ में JSCA ने जो विज्ञप्ति जारी की है उसमें साफ साफ लिखा है कि
“Even the Chairman of the enquiry committee constituted by the jsca to enquire into the aspects relating to the selection of players by BDCA has expressed his concerned over the safety of the records and completion of the enquiry and has requested the JSCA to take appropriate steps in this regard.”
मतलब साफ है कि जांच कमिटी के चेयरमैन ने आशंका जाहिर की है कि वर्तमान कमिटी के रहते दस्तावेजों की सुरक्षा पर संदेह है और निष्पक्ष जांच भी संभव नहीं है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जांच समिति के समक्ष BDCA की ओर से सभी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए। अगर प्रस्तुत किए जाते तो ओरिजिनल या उसकी फोटो प्रति जांच कमिटी के पास जरूर होती।
दस्तावेजों को किससे है खतरा
सवाल उठता है कि JSCA के वर्तमान ज्वाइंट सेक्रेटरी पीएन सिंह के गृह जिले में दस्तावेजों को किस व्यक्ति से खतरा उत्पन्न हो गया है ? दस्तावेजों को रखने की जिम्मेवारी मई 2022 से सचिव अरविंद कुमार सिंह की है लेकिन वो पंजाब में नौकरी कर रहे हैं। अध्यक्ष को कुछ पता ही नहीं है, कोषाध्यक्ष इस्तीफा दे चुके हैं और जिले से बाहर ही रहते हैं। ऐसे में BDCA के उपाध्यक्ष, संयुक्त सचिव व सहायक सचिव में से कौन-कौन लोग हैं जिनसे दस्तावेजों को खतरा उत्पन्न हो गया है। खतरा मई 2022 के पहले के दस्तावेजों को है या मई 2022 के दस्तावेजों को, ये साफ होना चाहिए और उस पदाधिकारी पर कार्रवाई भी होनी चाहिए, जिससे खतरा उत्पन्न हो गया है। वैसे sportsjharkhand.com के सूत्र बताते हैं कि BDCA के सारे दस्तावेज चेक बुक समेत पी एन सिंह के पास ही रहते हैं। चाहे वे दस्तावेज मई 2022 के पहले के हों या मई 2022 के बाद के। पीएन सिंह BDCA के कुछ पदाधिकारियों के साथ मिलकर दस्तावेजों को दुरुस्त करने में जुटे हैं।
देखिए वीडियो……
इसमें BDCA का एक संयुक्त सचिव अपने उपाध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों से बैक डेट में दस्तावेज पर हस्ताक्षर नहीं करने का आग्रह कर रहा है। वीडियो 4 मई 2023 का है 👇🏻
जांच समिति ने प्राथमिक जांच में किसी को दोषी नहीं पाया
JSCA की जिस जांच कमिटी को 10 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपनी थी। उसने अभी तक फाइनल रिपोर्ट नहीं सौंपी है, ऐसा हम नहीं बल्कि JSCA की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति बोल रही है। साफ है कि इस रिपोर्ट में पैसा के बदले टीम में स्थान दिलाने मामले में जांच कमिटी ने अभी तक किसी भी व्यक्ति को दोषी नहीं माना है। देखना रोचक होगा कि 10 दिनों में जांच पूरी करनेवाली जांच कमिटी अपनी पूरी रिपोर्ट कब सौंपती है।
एड हॉक समिति को सभी दस्तावेज सौंपेगा BDCA
JSCA ने BDCA की निर्वाचित कमिटी को भंग करते हुए आदेश दिया है कि वे सभी दस्तावेज जल्द से जल्द एड हॉक कमिटी को सौंप दे। ये हस्तांतरण तभी संभव होगा जब सचिव अरविंद कुमार सिंह पंजाब से लौट आएं तब तक दस्तावेजों को दुरुस्त करने का काम जारी रहेगा।