रांची
टीम sportsjharkhand.com |
पिछले 5 वर्षों से खेल गांव स्थित एकलव्य तीरंदाजी केंद्र में ग्राउंड मैन के पद पर कार्यरत मुखबधिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी रंजीत कुमार अपनी सेवा दे रहें हैं। उन्होंने तीरंदाजी प्रशिक्षक शाईनेस्वरी पर पिछले 2 वर्षों से मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। मामले को लेकर रंजीत ने खेल मंत्री हफीजुल हसन को एक आवेदन के माध्यम से कार्रवाई की मांग की है। साथ ही मुलाकात कर आर्चरी कोच के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई है।
उन्होंने कहा कि तीरंदाजी प्रशिक्षक द्वारा उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया जाता है। समय-समय पर दिव्यांगता सूचक अपशब्द का भी प्रयोग कर उन्हें बुलाया जाता है। यहां तक कि मासिक उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर करने के लिए भी उनसे पैसों की मांग किया जाता है और उस काम के एवज में उन्हें काफी परेशान किया जाता है। खेल मंत्री को दिए गए आवेदन में उन्होंने लिखा है की, दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम की धारा 89, 90 और 92 के तहत दिव्यांगता सूचक शब्द कह कर प्रताड़ित करना या अपमान करना एक अपराध की श्रेणी में है। इस कानून की धाराओं के तहत कार्रवाई करने की मांग उन्होंने विभाग से की है।
मामले को लेकर खेल मंत्री ने आवश्यक कार्रवाई के लिए खेल निदेशक को निर्देश दिया है।