रांची
टीम sportsjharkhand.com |
राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के आयोजन की बजाय मात्र ट्रायल के आधार पर क्रॉस कंट्री टीम का गठन करना झारखंड की एथलेटिक्स टीम को महंगा पड़ गया। पिछले चार पांच साल से लगातार पदक जीतनेवाली टीम का हश्र ये हुआ कि पदक की कौन कहे, 25 एथलीटों में से मात्र एक एथलीट टॉप 8 में आने में कामयाब हुआ। दो एथलीट तो इवेंट के दौरान ऐपियर तक नहीं हुए। अन्य एथलीट 10वें से लेकर 108वें पायदान तक रहे।
पूरी टीम तक नहीं भेज पाया झारखंड
पुरुष, महिला व बालक बालिका U 20 में 6-6 खिलाड़ी भेजना था लेकिन महिला वर्ग में 2 और U 20 बालिका वर्ग में मात्र 4 एथलीट ही भेजे गए। बालक वर्ग में भी U 20 में टीम 6 एथलीट नहीं जुटा पाई। जो भी ट्रायल में आए उन्हें ही भेज दिया गया। ट्रायल का इतना शॉर्ट नोटिस दिया गया कि कई खिलाड़ी ट्रायल का हिस्सा ही नहीं बन पाए।
AFI ने 3 दिसंबर को बताया झारखंड 27 दिसंबर को जागा
भारतीय एथलेटिक्स संघ (AFI) ने 3 दिसंबर को सभी राज्य संघों को नोटिस के जरिए बताया कि 8 जनवरी 2023 को आसाम में प्रतियोगिता होनी है। इसका निबंधन 27 दिसंबर से 2 जनवरी तक होगा। इसके बावजूद झारखंड एथलेटिक्स के पदाधिकारी सोते रहे। उनकी तंद्रा तब टूटी जब 27 दिसंबर को निबंधन शुरू हुआ।
क्यों नहीं हो पाई राज्य स्तरीय प्रतियोगिता ?
झारखंड एथलेटिक्स संघ ने माननीय खेल मंत्री की चापलूसी के लिए बगैर पूछे ही मधुपुर में राज्य स्तरीय क्रॉस कंट्री प्रतियोगिता के आयोजन का खाका तैयार कर लिया। इसके बाद कई बार बैठक हुई लेकिन प्रतियोगिता आयोजित नहीं हो पाई।
प्रदर्शन में उतार चढाव लगा रहता है। प्रतियोगिता आयोजित नहीं हो पाई ऐसे में ट्रायल आयोजित कर टीम भेजनी पड़ी। प्रदर्शन खराब रहा, आगे बेहतर प्रदर्शन हो इसपर ध्यान दिया जाएगा। |
सीडी सिंह, महासचिव,झारखंड एथलेटिक्स संघ