रांची टीम SportsJharkhand.com |
खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति प्रक्रिया में 34वें राष्ट्रीय खेलों में चौथे से आठवें स्थान तक प्राप्त करनेवाले 16 खिलाड़ियों का भविष्य पिछले 2 वर्ष 5 दिन से दस्तावेजों के क्रॉस वेरिफिकेशन की बाट जोह रहा है। कई बार विभागीय मंत्री, सचिव व निदेशक का ध्यान इस ओर आकृष्ट किया गया लेकिन 16 खिलाड़ियों के दस्तावेजों का वेरिफिकेशन आज तक नहीं हो पाया। यही वजह है कि इन 16 खिलाड़ियों की अब तक सीधी नियुक्ति नहीं हो पाई है।
पता हो कि 20 दिसंबर 2020 को मुख्य सचिव सुखदेव सिंह की अध्यक्षता वाली अनुशंसा समिति ने 40 खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति को हरी झंडी दिखाई थी जिसमें 39 खिलाड़ी नौकरी कर रहे हैं। इन 40 खिलाड़ियों के अलावा 16 अन्य खिलाड़ियों के संदर्भ में मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली अनुशंसा समिति का निर्देश था
“इन खिलाड़ियों के प्रतिस्पर्धा में स्थान प्राप्त करने के संदर्भ में कोई स्पष्ट प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं कराया गया है। भविष्य में कोई विवाद नहीं हो इसलिए इस बिंदु पर गहन जांच की आवश्यकता है कि प्रतिस्पर्धा में आवेदक द्वारा जो स्थान प्राप्त करने का दावा किया गया है वह सही है या नहीं ? प्रशासी विभाग इन मामलों में इस आशय की जांच कर अनुशंसा समिति की अगली बैठक में इसे विचारार्थ रखें।” (तस्वीर में देखें समिति की अनुशंसा से जुड़ा दस्तावेज)


मुख्य सचिव के आदेश की अवहेलना करते हुए 24 दिसंबर 2020 से लेकर आज तक इन 16 खिलाड़ियों के दस्तावेजों का क्रॉस वेरिफिकेशन नहीं हो पाया। जबकि समस्त दस्तावेज खेल सचिव व खेल निदेशक कार्यालय के किसी कोने में धूल फांक रहे हैं। खेल मंत्री हफीजुल हसन के आग्रह पर पूर्व निदेशक जिशान कमर को SportsJharkhand.com ने दस्तावेजों के क्रॉस वेरिफिकेशन के लिए 34वें राष्ट्रीय खेलों के परिणाम का आधिकारिक परिणाम भी उपलब्ध कराया था, लेकिन हुआ ढाक के तीन पात।
कहां अटका है 16 खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति का मामला
मुख्य सचिव की नेतृत्ववाली अनुशंसा समिति ने 24 दिसंबर 2020 की बैठक में 16 खिलाड़ियों के नाम पर मंथन किया था, लेकिन राष्ट्रीय खेल आयोजन समिति द्वारा जो सर्टिफिकेट चौथे से आठवें स्थान तक आए खिलाड़ियों को दिया गया था। उसमें खिलाड़ियों द्वारा प्राप्त स्थान का जिक्र नहीं था। चौथे से आठवें स्थान तक आए खिलाड़ियों के सर्टिफिकेट में सिर्फ और सिर्फ पार्टिसिपेशन लिखा था। इसी तकनीकी आधार पर अनुशंसा समिति ने प्रशासी विभाग (खेल विभाग) को दस्तावेजों का क्रॉस वेरिफिकेशन करने का निर्देश दिया था।
मुख्य सचिव का निर्देश भी नहीं मानते खेल विभाग के अधिकारी
16 खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति से जुड़े प्रकरण से साफ है कि राज्य के कुछ अधिकारियों की चमड़ी इतनी मोटी हो गई है वे मुख्य सचिव के निर्देश की भी अवहेलना करने से पीछे नहीं हटते। मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली कमिटी ने 20 दिसंबर 2020 को खेल विभाग को कहा कि दस्तावेजों का क्रॉस वेरिफिकेशन करा लिया जाए लेकिन 2 वर्ष से ज्यादा समय गुजर जाने और तीन-तीन सचिव बदल जाने के बाद भी मामला वहीं अटका है जहां मुख्य सचिव ने 24 दिसंबर 2020 को छोड़ा था।
इन 16 खिलाड़ियों को मिलनी है सीधी नियुक्ति
गणेश चंद्र महतो – एथलेटिक्स
लख राज प्रसाद – एथलेटिक्स
मोहम्मद वसीम अकरम – एथलेटिक्स
विष्णु कुमार – कुश्ती
बबलू कुमार – कुश्ती
सुनीता गाड़ी – वुशू
मीनू मुंडा – वुशू
रणधीर उरांव – वुशू
प्रतिमा कुमारी – वुशू
धनंजय गौतम – वुशू
चंदन कुमार – वुशू
गीता खलखो- वुशू
दीपक गोप – वुशू
राजीव श्रीवास्तव – वुशू
दिनेश यादव – वुशू
SportsJharkhand.com उपरोक्त 16 खिलाड़ियों की नियुक्ति का मसला 21 जून व 28 सितंबर 2021 को भी उठा चुका है। दोनों खबरों की लिंक पाठकों की सहूलियत के लिए
https://www.sportsjharkhand.com/16-players-to-get-direct-recruitment/