रांची
टीम sportsjharkhand.com |
क्या आपने कभी माताओं को मैदान में फुटबॉल के साथ लंबे शॉट्स लगाते देखा है ?
क्या आपने कभी माताओं को अपनी बेटियों के साथ मैदान में उतरकर खेलते देखा है?
क्या आपने कभी माताओं को अपने परिवार या समुदाय के मुद्दों को लेकर खेल भावना के साथ भिड़ते देखा है?
अगर नहीं, तो क्या आप ऐसे कुछ दृश्यों को देखना या महसूस करना चाहेंगे?
आज sportsjharkhand.com आपको ऐसे ही नजारों से रूबरू करा रही है।
दरअसल 2 नवंबर से रांची जिला मातृशक्ति फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है। जिस का फाइनल मैच रांची के मोरहाबादी स्थित फुटबॉल स्टेडियम में खेला गया। जहां खिलाड़ी अपने छोटे बच्चों को गोद में लेकर मैदान में दिखे।
बता दें कि 23 समुदायों से 32 टीमों ने समाज के विभिन्न ज्वलंत 9 मुद्दों के साथ डेढ़ महीने पहले यह सफर शुरू किया और 2 माताओं की टीम फाइनल में पहुंची थी।
फाइनल मुकाबले को देखने जेएससीए के उपाध्यक्ष अजय नाथ शहदेव, खेल निदेशक सरोजिनि लकड़ा, अंतरराष्ट्रीय पूर्व हॉकी खिलाड़ी असुंता लकड़ा समेत कई खेल प्रेमी और खिलाड़ी शामिल हुए। इस दौरान मातृ शक्तियों ने फुटबॉल मैदान में अपना शक्ति का परिचय फुटबॉल में किक लगा कर दिखाया। बताते चलें कि यह आयोजन प्रतिज्ञा संस्था की ओर से किया गया।सहयोग खेल विभाग ने भी दिया है।
फाइनल मुकाबले में गुलाबी सुदाग खूंटी ने सुरूद एफसी नामकुम को 3-0 से किया पराजित
प्रतिज्ञा मातृ शक्ति फुटबॉल 2022 का फाइनल मुकाबला रविवार को बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम मोरहाबादी में खेला गया। खिताबी मुकाबले में खूंटी की गुलाबी सुदाग की टीम ने नामकुम की सुरूद एफसी को 3-0 गोल के अंतर से हराया।
विजेता सुदाग की टीम काे ट्रॉफी और 10 हजार का चेक दिया। वूमेंन ऑफ द मैन सुदाग टीम की मरियम तिर्की और गोलकीपर ऑफ द टूर्नामेंट सुदाग की ही ननकी धान रहीं। टूर्नामेंट में तीसरे स्थान पर पदमपुर खूंटी की दिलखुश टीम रही।