रांची sportsjharkhand.com टीम |
JSSPS प्रबंधन को अपने कैडेट्स (प्रशिक्षुओं) की प्रतीभा पर इतना विश्वास था कि लगभग दो साल पहले ही दो दर्जन कैडेट्स का पासपोर्ट तक बनवा दिया था। डेढ़ दर्जन खिलाड़ियों में बुडापेस्ट, हंगरी में होनवाली सबजूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में शामिल चंचला कुमारी का नाम भी शामिल था। JSSPS प्रबंधन ने स्कूल, जिला, राज्य व देश के स्तर की प्रतियोगिताओं के दौरान खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर संबंधित प्रशिक्षकों से बातचीत के बाद लगभग दो़ दर्जन खिलाड़ियों का पासपोर्ट बनवा लिया था। पासपोर्ट बनवाने के दौरान सभी खिलाड़ियों के पत्राचार का पता होटवार स्थित JSSPS अकादमी ही दिया गया। अधिकारियों व कर्मचारियों ने विभिन्न कार्यालयों में जाकर सभी कैडेट्स का पासपोर्ट बनवाया। प्रबंधन के इस विश्वास को कैडेट्स सही साबित कर रहे हैं। प्रबंधन की दूरदर्शिता का परिणाम है कि भारतीय टीम में चयनित होने के बाद खिलाड़ियों को पासपोर्ट बनवाने के लिए यहां-वहां नहीं दौड़ना पड़ता है। sportsjharkhand.com को मिली जानकारी के अनुसार एथलेटिक्स के 15, कुश्ती के 5 और बाॅक्सिंग के एक खिलाड़ी का पासपोर्ट प्रबंधन ने पहले से ही बनवाया था। प्रबंधन लगभग एक दर्जन और प्रतिभावान खिलाड़ियों के पासपोर्ट भी बनवाने की प्रक्रिया शुरू करने ही वाला था कि लाॅकडाउन हो गया।
इन कैडेट्स का बना था पासपोर्ट
एथलेटिक्स : फ्लोरेंस बारला, आशा किरण बारला, दीपक टोप्पो, सदानंद कुमार, मंजूषा तिग्गा, मोहनिश रजा, अभिनय मिंज, सपना कुमारी, हेमंती कुमारी, राहुल उरांव, केशव कुमार, अनिशा कुमारी व अन्य कुश्ती : चंचला कुमारी, अंजीत कुमार, आकाश व अन्य बाॅक्सिंग : रोहित
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पहले फ्लोरेंस और अब चंचला पासपोर्ट के जरिए भरेंगी उड़ान
प्रबंधन के भरोसे को सही साबित करते हुए एथलेटिक्स में फ्लोरेंस बारला ने दो साल पहले कजाकिस्तान की धरती पर यूरो-एशिया चैंपियनशिप में जेएसएसपीएस के साथ ही राज्य व देश का नाम रौशन किया। फ्लोरेंस ने अंडर 20 बालिका वर्ग में 400 की दौड़ का स्वर्ण पदक जीता साथ ही रिले रेस में भी 400 मीटर का स्वर्ण अपने नाम किया और सपनों की उड़ान भरी। अब बारी चंचला कुमारी की है, चंचला भी जुलाई में सपनों की उड़ान भरेंगी और खेलप्रेमियों को विश्वास है कि वे भी जेएसएसपीएस, राज्य व देश का नाम रौशन करेंगी।