रांची
टीम sportsjharkhand.com |
भारत में पहली बार आयोजित महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के दूसरे दिन भी भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। शनिवार को भी रांची के मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में दर्शकों की भीड़ उमड़ी। झारखंड के खेल प्रेमियों ने हॉकी का जमकर लुफ्त उठाया। दूसरे दिन लीग मैच का तीसरा मुकाबला भारत और मलेशिया के बीच खेला गया। एक बार फिर भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपना दूसरा लीग मैच भी जीत लिया।
मिनट टू मिनट…
मुकाबले के 7वें मिनट में ही बंदना कटारिया ने पेनाल्टी कॉर्नर के मौके को बेहतरीन तरीके से भुनाया और भारत को 1-0 से बढ़त दिला दी। मैच के 21वें मिनट में पेनाल्टी कार्नर के जरिये बन्दना कटारिया ने फिर एक गोल दागा, 28वें मिनट में दो गोल हुए, झारखण्ड की संगीता कुमारी ने एक गोल दागा और दूसरा मैदानी गोल लालरिम सियामि ने किया। पहले हाफ समाप्ति के बाद तक भारत मलेशिया पर हावी दिखा। स्कोर 4-0 पर पहले हाफ तक रहा। सेकंड हाफ में मैच के 38वें मिनट में ज्योति ने फील्ड गोल दाग स्कोर 5-0 पर ला खड़ा किया।
इस मुकाबले को भारत ने 5-0 से जीत लिया है…
प्लेयर ऑफ़ द मैच का खिताब बंदना कटारिया को मिला…
मौके पर वंदना कटारिया ने कहा कि झारखंड में भारतीय टीम को भरपूर समर्थन मिल रहा है। झारखंड के हॉकी प्रेमियों को इसके लिए धन्यवाद।
इस मुकाबले में भारत को 7 पेनाल्टी कार्नर मिला
और मलेशिया को 0
लीग परिणाम
भारत ने अब तक दो मुकाबले खेले, दोनों में जीत दर्ज की।
मलेशिया ने खेला दो मुकाबला
दोनो मैच हारे।
झारखंड एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का शानदार आयोजन हो रहा है। मेजबान भारत को रांची के स्टेडियम में गजब का समर्थन मिल रहा है। झारखंड के अलग -अलग जिलों के हॉकी प्लेयर को इस अंतरराष्ट्रीय मुकाबले को देखने के लिए बुलाया जा रहा है। शनिवार को सिमडेगा और गुमला के लगभग 250 खिलाड़ियों ने मैच देखा और मुकाबले को एन्जॉय किया। चैंपियनशिप के दूसरे दिन भी दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी।
वहीं कई पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी भी भारतीय टीम की हौसला अफजाई करने स्टेडियम पहुंचे। भारतीय टीम में शामिल झारखण्ड के खिलाड़ियों के परिजन और समर्थक भी बढ़- चढ़ कर इस प्रतियोगिता का लुफ्त उठाने पंहुच रहें हैं।
प्रतियोगिता के मुकाबले राउंड रॉबिन लीग चरण के आधार पर खेले जा रहे हैं
प्रतियोगिता के मुकाबले राउंड रॉबिन लीग चरण के आधार पर खेले जा रहे हैं। सभी छह टीमें एक-दूसरे से खेलेंगी और टॉप-4 टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेगी। भारतीय टीम 2016 के बाद से पहली बार खिताब की तलाश में लगी हुई है। भारत को 2013 और 2018 के फाइनल में हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा था।