रांची/गढ़वा |
गढ़वा में झारखंड राज्य क्रिकेट संघ की वार्षिक आम सभा में सदस्यों को अंधेरे में रखकर मेंबरशिप की रेवड़ी बांटे जाने पर जमकर हंगामा हुआ। इस विषय पर असीम कुमार सिंह और नंदू पटेल के सवालों के बाद कमिटी ऑफ मैनेजमेंट सकते में आ गयी। हंगामे के बीच जब कुछ सदस्यों में वोटिंग की मांग कर डाली तो कमिटी ऑफ मैनेजमेंट ने बीच का रास्ता निकालते हुए मामले के निपटाने के लिए कमिटी बनाने का आग्रह किया। काफी हल्ले गुल्ले के बाद 7 सदस्यीय कमिटी बनाने का निर्णय हुआ। पता हो कि sj ने पहले ही पाठकों को बताया था कि पिछले AGM में मात्र 17 सदस्यों के नाम पढ़े गए थे लेकिन जब वार्षिक रिपोर्ट आई तो 29 नामों का समायोजन कर दिया गया था। कुछ नाम जो पढ़े गए थे उन्हें बाहर कर दिया गया था। हल्ला-हंगामे के बाद अन्य सभी एजेंडे पर चर्चा के बाद सहमति बनी।
जब हाउस की मंजूरी ही नहीं मिली थी तो नाम कैसे छपवा दिया वार्षिक रिपोर्ट में
जब मेंबरशिप का कन्फर्मेशन ही नहीं हुआ था तो वार्षिक रिपोर्ट में 29 नए सदस्यों का नाम कैसे छप गया। 29 लोगों की मनोभावना से खेलने का अधिकार कमिटी ऑफ मैनेजमेंट को किसने दिया ? कमिटी को पहले आम सभा से पास करा लेना चाहिए था फिर नाम वार्षिक रिपोर्ट में छापना चाहिए था।
ये निपटाएंगे मेंबरशिप का विवाद
मेंबरशिप का विवाद निपटाने के लिए बनाई गई कमिटी में पूर्व अध्यक्ष कुलदीप सिंह, पूर्व उपाध्यक्ष संजय सिंह, पूर्व उपाध्यक्ष अजय नाथ शाहदेव, वर्तमान उपाध्यक्ष डॉ नरेन्द्र सिन्हा व वर्तमान कमिटी ऑफ मैनेजमेंट के सदस्य विनय सिंह का नाम शामिल हुआ। दो अन्य के नाम बाद में कमिटी ऑफ मैनेजमेंट तय करेगी।
सुधीर सिंह ने उठाया गढ़वा जिला क्रिकेट संघ में विवाद का मामला
पलामू जिला क्रिकेट संघ के सचिव सुधीर सिंह ने आम सभा के दौरान गढ़वा जिला क्रिकेट संघ में चल रही दो दो कमिटियों का मामला उठाया। इसके बाद तय हुआ कि पूर्व के संविधान के अनुसार जेएससीए इस विषय पर नियम सम्मत कार्रवाई करेगा। पूर्व उपाध्यक्ष कुलदीप सिंह ने भी कई गंभीर सवाल उठाए जिससे कमिटी ऑफ मैनेजमेंट को जवाब नहीं सूझ रहा था।