रांची
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भाटिया एथलेटिक्स अकादमी, बोकारो की प्रशिक्षु है आशा किरण बारला
कुवैत में आयोजित चौथी एशियन यूथ एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गुमला, झारखंड की आशा किरण बारला ने 800 मीटर का स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है। प्रतियोगिता में नए रिकॉर्ड समय 2:06.79 मिनट के साथ आशा किरण बारला ने गोल्ड जीता।
आशा किरण भाटिया एथलेटिक्स अकादमी, बोकारो की प्रशिक्षु है और U 18 एशियन चैंपियनशिप के पिछले रिकॉर्ड को लगभग 3 सेकंड से पीछे छोड़ इतिहास रच दिया है। आशा की इस उपलब्धि पर उनके कोच आशु भाटिया समेत एथलेटिक्स प्रशिक्षकों, प्रशासकों व खेल प्रेमियों ने बधाईयां दी हैं।
कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में जीत चुकी है पदक।
गुमला जिले के कामडारा प्रखंड अंतर्गत नावाडीह गांव की रहने वाली आशा किरण बारला खेलो इंडिया समेत कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुकी है। आशा किरण ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में 2017 में एक गोल्ड, 2018 में तीन गोल्ड, 2019 में एक गोल्ड, 2021 में एक सिल्वर और 2022 में भी दो गोल्ड मेडल जीत चुकी है।
गरीब परिवार में पली-बढ़ी
एक गरीब परिवार में पली-बढ़ी आशा किरण बारला के घर में एक टीवी तक नहीं था। जिस पर उनके माता और भाई बहने उन्हें खेलते हुए देख सके। लेकिन जैसे ही प्रशासन को इस बात की खबर लगी उन्होंने टीवी और इनवर्टर की व्यवस्था कराया। उनका इस इंटरनेशनल मैच को देखने के लिए उनके परिवार को गुमला जिला खेल पदाधिकारी के पहल पर टीवी मुहैया आज ही करवाया गया था। उनके घर के सदस्य उनके इस उपलब्धि का लाइव प्रसारण टीवी पर पहली बार देखा। कई विपरीत परिस्थितियों को झेलते हुए आज आशा किरण बारला ने इस उपलब्धि को हासिल किया है। देश को गोल्ड दिलवाया है। बताते चलें कि गुमला के कामडरा प्रखंड के छोटे से गांव की रहने वाली आशा किरण कि घर की माली हालत भी सही नहीं है। गांव में पानी की समस्या है। आशा की इस उपलब्धि पर पूरे गांव के साथ-साथ जिले में खुशी का माहौल देखा जा रहा है।