शुक्रवार को समाचार पत्रों में विज्ञापन के जरिए खेल निदेशालय ने वर्ष 2020-21 तक के प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ियों व प्रशिक्षकों को कैश अवार्ड और छात्रवृत्ति का आवेदन आमंत्रित किया था। जिसमें फॉर्म भरने के लिए मात्र 6 दिन का वक़्त दिए जाने के खिलाफ खेल संघों ने काफी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। खेल संघों ने महामारी के दौरान परिवहन की समुचित सुविधा नहीं होने को आधार बनाकर फाॅर्म भरने की आखिरी तिथि को 17 जून की बजाय 25 जून तक करने को कहा है। वक़्त मुकर्रर करने का आग्रह निदेशालय से किया है। खेल संघों का तर्क है कि इतना वक़्त मिलने से ही दूरदराज जिलों के खिलाड़ी व प्रशिक्षक ससमय अपना आवेदन समर्पित कर पाएंगे। कोविड के कारण राष्ट्रीय प्रतियोगिता के सर्टिफिकेट खेल संघों के पास ही हैं, उनका वितरण नहीं हो पाया है। ज्यादातर खेल संघों का मुख्यालय रांची-जमशेदपुर है, ऐसे में दूर-दराज के जिलों से निजी वाहन से आकर सर्टिफिकेट ले जाना परेशानी का सबब होगा। हो हल्ले के बाद उपनिदेशक ने आश्वासन दिया है कि ये हम 25 जून तक आवेदन स्वीकार करेंगे, लेकिन इससे संबंधित आदेश अभी तक नहीं निकल पाया है।
किसने क्या कहा ?
आखिर निदेशालय के अधिकारी इतनी जल्दबाजी में क्यों है ? खिलाड़ियों के हित का ख्याल रखना है तो कम से कम 15 दिन का समय दें।
जय कुमार सिन्हा, महासचिव टेबल टेनिस संघ
इतने कम समय में शहरी क्षेत्र के खिलाड़ी तो फॉर्म किसी भी तरह भर लेंगे लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ियों के लिए संभव ही नहीं है। विचार करना चाहिए अधिकारियों को।
निशिकांत पाठक, महासचिव, झारखंड जिम्नास्टिक संघ
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