sportsjharkhand.com टीम
रांची/कोडरमा
नियमों और आदेशों की धज्जियाँ उड़ाने में JSCA और उसकी अनुषंगी इकाईयों का कोई सानी नहीं है। लोढ़ा कमिटी की सिफारिशों के बाद SC ने 9 साल तक पद पर रहे पदाधिकारियों को बाहर का रास्ता का रास्ता दिखा दिया, लेकिन JSCA की अनुषंगी इकाईयां मानने को तैयार नहीं। कोडरमा में रविवार को जिला क्रिकेट लीग का फाइनल मुकाबला खेला गया, इसके मुख्य अतिथि थे अमिताभ चौधरी। वही अमिताभ चौधरी जिन्हें बे-इज्ज़त कर BCCI के CEO और लोढ़ा कमिटी ने 4 जनवरी को चयन समिति की बैठक से पहले निकाल दिया था, और साफ़ किया था कि ना तो वे BCCI ना ही JSCA के पदाधिकारी। लेकिन इन सबके बावजूद शनिवार से ही कोडरमा की सड़कों पर प्रचार-प्रसार गाड़ी और प्रचार सामग्री में भी अमिताभ चौधरी को JSCA का अध्यक्ष बताया गया (देखें तस्वीर)। रविवार को अमिताभ कोडरमा पहुंचे और खिलाड़ियों को संबोधित भी किया। पता ही कि इससे पहले भी JSCA के कुछ आजीवन सदस्यों ने प्रेस वार्ता कर अमिताभ को अपना अध्यक्ष बताया था।
…जान रहे हैं इसलिए मान रहे हैं : प्रदीप छाबड़ा
sportsjharkhand.com से बात करते हुए कोडरमा क्रिकेट संघ के सचिव प्रदीप छाबड़ा ने साफ़ कहा कि हम जान रहे हैं इसलिए अमिताभ चौधरी को अध्यक्ष मान रहे हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि प्रचार सामग्रियों में अमिताभ चौधरी को JSCA का अध्यक्ष बताया गया।
कोर्ट की अवमानना है : राजीव कुमार
वरीष्ठ अधिवक्ता राजीव कुमार ने पुरे प्रकरण पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे अदालत की अवमानना बताया, और कहा कि इसपर सज़ा भी हो सकती है।