sportsjharkhand.com टीम
रांची
16 साल से आरआरडीए-नगर निगम की संपत्ति पर कब्जा और 16 साल से अनवरत बिजली की चोरी ! क्या किसी खेल संघ में आइएएस-आइपीएस का पदाधिकारी होना, सरकारी संपत्ति के दुरूपयोग का लाईसेंस मिलने जैसा है ! आपका जवाब ना हो लेकिन कुश्ती संघ की करतूतें इसे सच साबित करती हुई प्रतीत होती हैं। कुश्ती खिलाड़ी विशाल की मौत के बाद कुख्यात हुए जयपाल सिंह स्टेडियम स्थित कुश्ती संघ के कार्यालय में पिछले 16 सालों से बिजली की अनवरत चोरी जारी थी। चोरी तब सामने आयी जब एक खिलाड़ी विशाल की मौत इसी चोरी के करंट लगने से संदेहास्पद मौत हो गयी। झारखंड बनने के बाद से कुश्ती संघ के अध्यक्ष वरीष्ठ आइएएस अधिकारी ही रहे। दो साल पहले तक झारखंड कैडर के वरीष्ठ आइएएस अधिकारी यूपी सिंह और अभी आइएएस के रविकुमार। इसके अलावा भी समय-समय पर कई आएएस-आइपीएस अधिकारी कुश्ती संघ के पदाधिकारी रहे हैं। अब आप ही तय करें कि जहां नियम-कानून के रखवाले हों वहीं नियम-कानून की धज्जियां उड़ाई जा रहीं हो तो असली दोषी कौन है ?
कब दर्ज होगा बिजली चोरी का केस ?
एक मौत के बाद भी बिजली विभाग कुंभकर्णी नींद से नहीं जागा है। गरीब-गुरबों के घरों में रेड मारकर हजारों की फाइन कर अपनी मर्दांनगी प्रदर्शित करनेवाले बिजली विभाग के अधिकारियों की वैचारिक नपुंसकता ना जाने कितने विशालों की मौत के बाद जागेगी।
घटनास्थल से किसके इशारे पर हटाए गए सामान
मंगलवार को कुश्ती खिलाड़ी विशाल कुमार वर्मा की मौत कुश्ती संघ के जिस कार्यालय में हुई थी, उस कार्यालय से मंगलवार की ही देर शाम कई सामान हटाए गए। किसके आदेश से ऐसा किया गया यह भी जांच का विषय है।
जांच की औपचारिकता निभा रही पुलिस
पुलिस मंगलवार को घटना की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल और सदर अस्पताल दोनों जगह पहुंची और मौके पर मौजूद अधिकारियों ने प्राथमिक तौर पर जांच पड़ताल भी की। सड़कों पर घायलों का इलाज कर व्हाट्सअप के जरिये पत्रकारों को तस्वीर भेज मानवीय संवेदनाओं से जुड़ने का दावा करनेवाली पुलिस का एक अस्वाभाविक मौत के बाद का क्रिया-कलाप औपचारिकता निभाने जैसा प्रतीत हो रहा है। पूरे मसले पर सभी अनुत्तरीत सवालों का जवाब पुलिस के विस्तृत जांच के बाद ही संभव है।