sportsjharkhand.com टीम
रांची
झारखंड के खेल प्रशासकों की प्राथमिकता सूची में ओलंपिक मूवमेंट और खेल-खिलाड़ी नही हैं सिर्फ और सिर्फ येन-केन-प्रकारेण सत्ता की प्राप्ति ही लक्ष्य है। शंका हो तो ध्यान दें कि 27 मई को होनेवाले झारखंड ओलंपिक संघ (JOA) के चुनाव के लिए 2 मई से ही शोर शुरू हो गया था। एक नही दो-दो जगहों पर चुनाव हुए और दर्जनों पदाधिकारियों के मनोनयन/चयन की औपचारिकता पूरी की गयी। JOA पर कब्जे के लिए दोनों गुटों ने भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) को पदाधिकारियों की सूची भेज मान्यता देने का आग्रह किया। एक महीने तक गहमागहमी के माहौल के बाद 23 जून को ओलंपिक दिवस मनाने को लेकर दोनों गुटों की चुप्पी खेल प्रशासकों की प्राथमिकता को बयां करने को काफी है। शुक्रवार को ओलंपिक दिवस है लेकिन बुधवार तक कार्यक्रम तय नही होना चीख-चीख कर सच्चाई बता रहा है। दोनों गुटों के चुने गए पदाधिकारियों से ओलंपिक दिवस मनाने को लेकर जब sportsjharkhand.com ने बात की तो उनका जवाब नकारात्मकता से सकारात्मकता की ओर बढ़ता हुआ नजर आया।
अभी तक कोई कार्यक्रम तय नही हुआ है लेकिन ओलंपिक दिवस पर कुछ ना कुछ आयोजन ज़रूर होगा।
विशाल शर्मा, निर्वाचित महासचिव, JOA
ओलंपिक दिवस पर होनेवाले कार्यक्रम की रूपरेखा पूरी तरह तैयार हो गई है। थोड़ा इंतज़ार कीजिये।
शिव कुमार सिंह, अध्यक्ष समांतर JOA