sportsjharkhand.com टीम
रांची
सुप्रीम कोर्ट में राज्य क्रिकेट संघ के संदर्भ में स्टेटस रिपोर्ट जमा करने से ठीक एक दिन पहले 16 फरवरी को शाम 5 बजे JSCA की मैनेजमेंट कमिटी की बैठक होगी। बैठक के चार एजेंडे में मैनेजमेंट कमिटी की खाली जगहों को भी भरना शामिल है। लोढ़ा कमिटी की सिफारिशों के आलोक में अध्यक्ष, तीनों उपाध्यक्ष और सचिव का पद खाली है और JSCA के संविधान के अनुसार मैनेजमेंट कमिटी आगामी चुनावों तक अस्थायी रूप से सभी खाली जगहों को भरने के लिए अधिकृत है। लोढ़ा कमिटी की सिफारिशों और JSCA के संविधान के अनुसार 659 सदस्यों में सिर्फ और सिर्फ प्रवीण सिंह ही अध्यक्ष पद के योग्य हैं। ऐसे में उनका अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है। वहीँ सचिव पद के लिए प्रवीण सिंह, रणधीर विश्वास, एस जयराम और असीम कुमार सिंह दावेदार हैं। उपाध्यक्ष ज़िला के लिए शायद मैनेजमेंट कमिटी को माथापच्ची करनी पड़े क्योंकि नियमों के संशोधन के बाद योग्य पदाधिकारियों का टोटा हो गया।
मिस्टर किंकर्तव्यविमूढ़ पहली बार थूक कर चाटेंगे !
JSCA के स्वघोषित स्वयंभू मिस्टर किंकर्तव्यविमूढ़ क्रिकेट की राजनीति में संभवतः पहली बार थूककर स्वयं चाटेंगे। जिन्हें बाहर का रास्ता दिखाया अब उन्हें ही महत्वपूर्ण पदों पर बैठाना पड़ सकता है। परिस्थितियां ही कुछ ऐसी बन गयी हैं। अपनी और अपने चेलों की गद्दी सुरक्षित करने के लिए किया गया संशोधन गले की हड्डी बन गयी।
मेल से दी गयी जानकारी
मैनेजमेंट कमिटी की बैठक के लिए असिस्टेंट सेक्रेट्री देवाशीष चक्रवर्ती के हस्ताक्षर से ज़ारी पत्र 14 फरवरी को शाम में सभी सदस्यों को मेल से भेजा गया है। इसमें कूल चार एजेंडे हैं (देखें पत्र)। JSCA के नियमों के अनुसार पत्र 3 दिन पहले ज़ारी होना चाहिए था लेकिन पत्र आज मेल से भेजा गया है लेकिन तारीख 12 फरवरी की दर्ज है।
हो सकता है कोरम का टोटा
लोढ़ा कमिटी की सिफारिशों और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हो रही JSCA की मैनेजमेंट कमिटी की बैठक में कोरम का टोटा हो सकता है। नियमों के अनुसार चुने हुए पदाधिकारियों (ऑफिस बीयरर्स) में से तीन का बैठक में रहना अनिवार्य है। अध्यक्ष और सचिव बाहर हो चुके हैं जबकि मनोज सिंह का इस्तीफा हो चुका है। ऐसे में बाकी बचे 2 उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष का मीटिंग में होना अनिवार्य है। इनके अलावा दो सहायक सचिव, 9 कमिटी सदस्य भाग लेंगे और कोरम मात्र 5 सदस्यों का है।