रांची
राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को झारखंड आंदोलनकारियों को पेंशन व उनके एक उत्तराधिकारी की सीधी नियुक्ति करने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री जी का साधुवाद की वे लोकहित में फैसले ले रहे हैं लेकिन उनके मातहत कार्यरत अफसरान सब किए-कराए पर पानी फेरने से बाज नहीं आ रहे। उदाहरणार्थ पिछले 19 माह से चल रही खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति प्रक्रिया है। 17 मार्च 2021 के ऐतिहासिक दिन मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट भवन के सभागार में 26 खिलाड़ियों को सीधी नियुक्ति का पत्र सौंप रहे थे तो ठीक उसी वक्त 26 अन्य आंखे (13 खिलाड़ियों की) सुनहरे सपने की आस में डबडबायी हुई थीं। उन्हें भी नियुक्ति पत्र मिलना था लेकिन कागज़ी कार्रवाई पूरी करने के जिम्मेदार सरकारी अधिकारियों के कलम की स्याही अचानक सूख गयी। इसलिए मंच से आश्वासन की घुट्टी पिलायी गयी कि 13 खिलाड़ियों को एक सप्ताह बाद नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। इंतजार की प्लैटिनम जुबली मन गयी मतलब 75 दिन गुजर गए लेकिन कार्यपालिका के कागज़ी दांव पेंच में 13 खिलाड़ियों के सुनहरे सपने आशंकाओं के भंवरजाल में फंस अब बिखरने से लगे हैं। मुख्यमंत्री जी आपका एक निर्देश इन 13 खिलाड़ियों का भविष्य बदल देगा।
Justice Delayed, Justice Denied. इसलिए sportsjharkhand.com का आपसे विनम्र आग्रह है की दे दीजिए…न…एक निर्देश… की 13 खिलाड़ियों का भविष्य सदा-सर्वदा के लिए बदल जाए।
कहां फंसा है मामला ?
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में अनुशंसा समिति ने 24 दिसंबर 2020 को ही 32 खिलाड़ियों की नियुक्ति को हरी झंडी दी थी और 8 खिलाड़ियों को सशर्त नियुक्ति देने की अनुशंसा की थी। इसके बाद निर्णय हुआ कि एक खिलाड़ी को रांची जिला खेल पदाधिकारी के कार्यालय में कनीय लिपिक बनाया जाए और 39 अन्य खिलाड़ियों की नियुक्ति गृह विभाग में की जाए। 3 खिलाड़ी वांछित शैक्षणिक योग्यता व 5 खिलाड़ी वांछित उम्र की सीमा को पूरा नहीं कर रहे थे। इसलिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली अनुशंसा समिति ने नियमवाली की कंडिका 5 च के तहत शैक्षणिक व उम्र सीमा को सक्षम प्राधिकार द्वारा क्षांत कराने की शर्त के साथ नियुक्ति की अनुशंसा की थी। जानकारी मिली है 17 मार्च 2021 के बाद से खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति वाली ये फाइल गृह विभाग/पुलिस मुख्यालय के टेबलों की शोभा बढ़ा रही है। पुलिस मुख्यालय के जिम्मेदार वरीय अधिकारियों से इस विषय पर पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिल पाया।
आज भी इन खिलाड़ियों को इंतजार है नियुक्ति का
सब इंस्पेक्टर के पद पर 3 खिलाड़ी
मधुमिता कुमारी, रितेश आनंद व के एच भाग्यवति चानू
कांस्टेबल के पद पर 10 खिलाड़ी
रीना कुमारी, सुकमति पूर्ति, विप्लव कुमार झा, फरजाना खान, सरिता तिर्की, लखन हांसदा, दिनेश कुमार, लवली चौबे, कृष्णा खलखो व एम विजय कुमार।
इनमें से फरजाना खान, सरिता तिर्की, लखन हांसदा की शैक्षणिक योग्यता वांछित शैक्षणिक योग्यता से कम है व के एच भाग्यवति चानू, दिनेश कुमार, लवली चैबे, कृष्णा खलखो, एम विजय कुमार की उम्र वांछित उम्र सीमा से ज्यादा है ऐसे में सक्षम प्राधिकार द्वारा नियम क्षांत कराने की अनिवार्यता है।
उपरोक्त खिलाड़ियों में से रीना कुमारी व सुकमती पूर्ती 17 मार्च अनुपस्थित रहने के कारण नियुक्ति पत्र नहीं ले पाई थीं जबकि विप्लव कुमार झा देवघर से रांची पहुंच गए थे लेकिन उसी दिन मधुपुर उपचुनाव की घोषणा हो गई इसलिए आचार संहिता की जद में मामला न आ जाए इसलिए उन्हें ऐन पहले मना कर दिया गया।
एक ही नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल 10 खिलाड़ी अपने 26 साथियों से हो जाएंगे जूनियर सरकारी दस्तावेजों के मकड़जाल में फंसे 13 खिलाड़ियों में 10 खिलाड़ी उनके साथ ही नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल हुए 26 खिलाड़ियों जो कि कांस्टेबल के पद नियुक्त हो चुके हैं, उनके जूनियर बनकर रहने को मजबूर होंगे। क्योंकि वरीष्ठता नियुक्ति की तिथि के हिसाब से लागू होती है। मुख्यमंत्री जी आपसे sportsjharkhand.com का ये विनम्र आग्रह होगा कि जब इन 13 खिलाड़ियों की नियुक्ति हो तो इस बात का भी हरसंभव प्रयास किया जाए कि ये सभी खिलाड़ी एक ही नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल होने के बावजूद एक-दूसरे के सीनियर-जूनियर न रह जाएं। क्योंकि इसमें गलती खिलाड़ियों की नहीं है।
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इन खिलाड़ियों की हो चुकी है नियुक्ति
29 दिसंबर 2020 : हेमंत सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर 1 खिलाड़ी को कनीय लिपिक के पद पर सीधी नियुक्ति मिली
बिरसी मुंडू, कनीय लिपिक-जिला खेल पदाधिकारी का कार्यालय
17 मार्च 2021: 26 खिलाड़ियों को सीधी नियुक्ति मिली इनमें से 8 खिलाड़ियों को कॉन्स्टेबल के पद पर रांची में नियुक्ति मिली
लखी मंडल, मनीषा सिंह, वसीउल हसन, अर्पणा कुमारी, जयलक्ष्मी लगुरी, नवीन कुमार राम, देवानंद बास्के व सीमा सिन्हा।
8 खिलाड़ियों को कॉन्स्टेबल के पद पर जमशेदपुर में नियुक्ति मिली
तुलसी हेम्ब्रम, रामकुमार भट्ट, नूतन मिंज, परवीन अख्तर, प्रीति कुमारी, विमला मुंडा, फणीभूणण प्रसाद व सुमनलता मुर्मू।
10 खिलाड़ियों को कॉन्स्टेबल के पद पर धनबाद में नियुक्ति मिली
कुमारी प्रियंका, इंदु मुंडा, कविता कुमारी, राहुल मिंज, ज्योति कुमारी, दीपक बहादुर, आलोक लकड़ा, अबु तालिब अंसारी, राजीव साहू व संगीता खलखो।
गृह विभाग में नियुक्ति के बाद खेल कॅरियर को लेकर सशंकित हैं खिलाड़ी
रोजी-रोटी की अनिश्चितता को दूर करने के लिए खिलाड़ियों ने गृह विभाग में नियुक्ति ले ली है लेकिन जाॅब नेचर को देखते हुए खिलाड़ी अपने कॅरियर को लेकर सशंकित हैं। नियुक्ति से पहले कई खिलाड़ी एक खिलाड़ी के रूप में अपना योगदान दे रहे हैं जबकि कई प्रशिक्षक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहे थे। ऐसे सभी खिलाड़ियों के समक्ष उहापोह की स्थिति बनी हुई है। इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति से पहले प्रशासी विभाग या गृह विभाग ने खिलाड़ियों के लिए अलग से कोई सेवा नियमावली नहीं बनाई है। इसका अर्थ ये हुआ कि खिलाड़ी अपने वरीय अफसरों की दया पर ही खेल गतिविधियों को आगे बढ़ा पाएंगे, नियमों के तहत नहीं।
पूजा सिंघल, सचिव, प्रशासी विभाग (पर्यटन, कला-संस्कृति, खेल-कूद एवं युवाकार्य विभाग)
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नियुक्ति का इंतज़ार कर रहे एक खिलाड़ी की पीड़ा |