JSSPS के 12 बॉक्सरों को छोड़ झारखंड टीम राष्ट्रीय सब-जूनियर बॉक्सिंग प्रतियोगिता के लिए बेल्लारी रवाना

JSSPS के 12 बॉक्सरों को छोड़ झारखंड टीम राष्ट्रीय सब-जूनियर बॉक्सिंग प्रतियोगिता के लिए बेल्लारी रवाना
रांची

टीम sportsjharkhand.com

 

खेल संघ के पदाधिकारियों की लड़ाई, खेल विभाग व निदेशालय तथा CCL के अधिकारियों की अकर्मण्यता का नुकसान अब सीधे तौर पर खिलाड़ियों को होने लगा है। राष्ट्रीय प्रतियोगिता की अहर्ता रखने के बावजूद आपसी मतभेद और संवादहीनता के कारण झारखंड राज्य खेल प्रोत्साहन सोसायटी (JSSPS राज्य सरकार व CCL की संयुक्त इकाई) के 12 बॉक्सरों को छोड़ टीम शनिवार को बेल्लारी, कर्नाटक के लिए रवाना हो गई। बच्चों को जब पता चला तब कोच व अन्य पदाधिकारी जागे हैं और भाग दौड़ शुरू हो गई है। राष्ट्रीय सब जूनियर प्रतियोगिता 19 मई से होनी है और 12 बॉक्सरों के प्रतियोगिता में खेलने को लेकर उहापोह की स्थिति बनी हुई है। पता हो कि 29 अप्रैल से 1 मई तक जमशेदपुर में आयोजित 15वीं झारखंड राज्य सब जूनियर प्रतियोगिता में JSSPS के 12 बॉक्सरों ने राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई किया था। ये हाल तब है जब तीन वर्षों बाद बालक व 5 वर्षों के बाद बालिका का सब जूनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है।

 

कैंप में जो बच्चे शामिल हुए, उन्हें ही भेजा गया है – कोषाध्यक्ष

sportsjharkhand.com ने इस विषय पर जब झारखंड बॉक्सिंग संघ के महासचिव उत्तम सिंह से बात की तो उन्होंने कोषाध्यक्ष राजीव वर्मा का नंबर दे अपना पल्ला झाड़ लिया। कोषाध्यक्ष से बात की तो उन्होंने साफ साफ कहा कि राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के बाद 8 से 16 मई तक जमशेदपुर में क्वालिफाइड बॉक्सरों का कैंप लगाया गया था। सभी जिला संघों को मेल भेजकर योग्य खिलाड़ियों को भेजने का आग्रह किया गया था। रांची से न कोई मेल आया न ही कोई खिलाड़ी। पता हो कि पिछले रांची जिला बॉक्सिंग संघ में अध्यक्ष व सचिव एक दूसरे को नीचा दिखाने में जुटे हैं। ऐसे में किसी ने मेल का जवाब असमय नहीं दिया और 12 बॉक्सरों के भविष्य के साथ खेला हो गया।

 

अब आगे क्या ?

JSSPS के बॉक्सिंग कोच बीबी मोहंती ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा जी से मुलाकात कर वस्तुस्थिति की जानकारी दी। अर्जुन मुंडा जी के हस्तक्षेप के बाद भारतीय बॉक्सिंग संघ को एक मेल भेजा गया है लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। मोहंती अपने 12 बॉक्सरों को लेकर बेल्लारी जाने की तैयारी में हैं लेकिन बॉक्सरों को प्रतियोगिता में खेलने को मिलेगा या नहीं ये अब तक तय नहीं है। दूसरी ओर खेल से जुड़ा सरकारी महकमा बढ़ती तपिश (ED की कार्रवाई व राजनीतिक तपिश) के बीच AC कमरों में बैठ कुछ और टेंडर निकालने व निपटाने में अपनी ऊर्जा खपा रहा है। अधिकारियों के पास इतना समय ही नहीं है कि जिस JSSPS के खिलाड़ियों पर विभाग सलाना लगभग 10 करोड़ रुपए खर्च करता है वहां के खिलाड़ियों के हितों को भी देख सके। दूसरी ओर देश में गंभीर बिजली संकट के बीच CCL के अधिकारियों का भी पहला ध्यान कोयला पर ही है खिलाड़ी तो आते जाते रहते ही हैं।

झारखंड में सलाना 20 करोड़ खर्च कर ऐसे ही चल रहा है मिशन ओलंपिक गोल्ड !