sportsjharkhand.com टीम
रांची
भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान और कोच सुमराय टेटे का चयन इस वर्ष ध्यानचंद पुरस्कार के लिए किया गया है। ये लगातार दूसरा साल है जब झारखंड के किसी पूर्व हॉकी खिलाड़ी को ध्यानचंद पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पिछले वर्ष 1980 मॉस्को ओलंपिक के स्वर्णपदक विजेता सिलवानुस डुंगडुंग को इस सम्मान से नवाजा गया था। सुमराय टेटे ने खिलाड़ी, कप्तान और बाद में टीम के कोच के रूप में झारखंड को गौरवान्वित होने के कई मौके दिए। राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त को जब राष्ट्रपति भवन में आपको पुरस्कृत किया जाएगा तो झारखंड की 3.25 करोड़ जनता और पूरे देश के खेलप्रेमी गौरवान्वित होंगे। पता हो कि ध्यानचंद पुरस्कार पूर्व खिलाड़ियों को दिया जानेवाला सबसे बड़ा सम्मान है।
भारतीय टीम की कप्तानी करनेवाली झारखंड की पहली महिला खिलाड़ी
सुमराय टेटे झारखंड की पहली महिला हॉकी खिलाड़ी हैं जिन्होंने भारतीय टीम की कप्तानी की। सुमराय के बाद ये गौरव असुंता लकड़ा को भी मिला। सुमराय ने लगभग एक दशक तक भारतीय महिला हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व किया और 2002 कॉमनवेल्थ खेलों में स्वर्ण पदक जीतने समेत कई उपलब्धियों में वे टीम का अभिन्न हिस्सा रहीं।
सुमराय टेटे जी को ध्यानचंद पुरस्कार से सम्मानित किया जाना झारखंड के सवा तीन करोड़ लोगों के लिए गर्व की बात है। सुमराय टेटे, उनके अभिभावक, कोच सभी को बधाईयां।
अमर कुमार बाउरी
खेल मंत्री, झारखंड सरकार
सुमराय टेटे की उपलब्धियों पर एक नज़र डालने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
http://www.sportsjharkhand.com/profile-show.php?pid=21