रांची
राज्य के युवा धनुर्धरों के सपनों को वैश्विक मंच देने के लिए राज्य सरकार तीरंदाजी का सेंटर फाॅर एक्सिलेंस अकादमी शुरू करने जा रही है। दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में युवा तीरंदाजों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रशिक्षण सुविधाएं उपलब्ध कराने के मूल मकसद से तीरंदाजी का सेंटर फाॅर एक्सिलेंस शुरू हो जाएगा। अर्जुन पुरस्कार और द्रोणचार्य पुरस्कार से सम्मानित संजीव कुमार सिंह के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने तीरंदाजी का सेंटर फाॅर एक्सिलेंस के लिए जरूरी सारे होमवर्क पूरे कर लिए हैं। सामानों की खरीद और कोच नियुक्ति की प्रक्रिया अगले एक पखवाड़े के अंदर शुरू हो जाएगी। सेंटर में नामांकन लेने के लिए मापदंड तय कर दिए गए हैं और उनके अनुसार खिलाड़ियों को शार्टलिस्ट किए जाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गयी है। रिकर्व और कंपाउंड दोनों वर्गों के तीरंदाजों के लिए सेंटर फाॅर एक्सिलेंस में प्रशिक्षण की विशेष व्यवस्था रहेगी। तीरंदाजों को विशेष प्रशिक्षण के लिए विदेशों से अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षकों को भी आमंत्रित किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर प्रशिक्षुओं को विशेष प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजे जाने की भी व्यवस्था की जाएगी।
64 तीरंदाजों को मिलेगी जगह
सेंटर फाॅर एक्सीलेंस में कुल 64 तीरंदाजों का चयन किया जाएगा। राज्य सरकार की अकादमियों और निजी अकादमियों में प्रशिक्षणरत 64 तीरंदाजों का चयन किया जाएगा। जिनमंे से 16 बालक एवं 16 बालिका रिकर्व में और 16 बालक एवं 16 बालिका कंपाउंड स्पर्धा के लिए चयनित किए जाएंगे। सेंटर फाॅर एक्सिलेंस में 16 से 25 वर्ष के तीरंदाजों का चयन किया जाएगा। विशिष्ट परिस्थितियों में उम्र सीमा में छूट दिए जाने का भी प्रावधान किया गया है।
प्रत्येक तीन माह में होगी तीरंदाजों की प्रगति की समीक्षा
सेंटर में नामांकन के एक नीयत समय के बाद प्रत्येक तीन माह में तीरंदाजों के प्रदर्शन की समीक्षा एक तकनीकी समिति करेगी। ऐसी समीक्षाओं के आधार पर ही तीरंदाजों के सेंटर फाॅर एक्सिलेंस में रहने और नहीं रहने का फैसला होगा। कोई भी तीरंदाज सेंटर फाॅर एक्सिलेंस में तभी तक रहेगा जब तक उसका प्रदर्शन आशानुकूल हो।
शूटिंग रेंज में बनेगा सेंटर फाॅर एक्सिलेंस
होटवार स्थित डबल ट्रैप के लिए निर्मित शूटिंग रेंज के संसाधनों का उपयोग तीरंदाजी के सेंटर फाॅर एक्सिलेंस के लिए किया जाएगा। संजीव सिंह ने मैदान का भ्रमण करने के बाद सिर्फ घास को कटवाने का निर्देश दिया था। 64 खिलाड़ियों के रूकने की व्यवस्था खेल गांव स्थित साझा के फ्लैटों में किए जाने तैयारी है।
साई से कोच लाने की तैयारी !
सेंटर फाॅर एक्सिलेंस के लिए जरूरी प्रशिक्षकों की नियुक्ति के लिए सरकार ने विज्ञापन भी जारी कर दिया है लेकिन संजीव सिंह की सलाह पर साई के चार प्रशिक्षकों रामावधेश (रिकर्व), विवेक सिन्हा (रिकर्व), हरीश कुमार सिंह (कंपाउंड+रिकर्व) और रूपेश सिंह (कंपाउंड+रिकर्व) को डेप्यूटेशन पर लाने पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जा रहा है।
फुटबाॅल व हाॅकी के लिए भी सेंटर फाॅर एक्सिलेंस जल्द
तीरंदाजी का सेंटर फाॅर एक्सिलेंस सेंटर खुलने के बाद 2018 में ही फुटबाॅल और हाॅकी के सेंटर खोलने की पूरी तैयारी है। हाॅकी सेंटर मोरहाबादी स्थित एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम में खोला जाएगा और खिलाड़ियों के रूकने की व्यवस्था एनजीओसी परिसर में ही की जाएगी। इसके लिए सभी भवनों को खाली करा लिया गया है। हाॅकी का सेंटर 2018 के शुरूआत में ही शुरू हो जाएगा जबकि फुटबाॅल का सेंटर मोरहाबादी के बिरसा मुंडा फुटबाॅल स्टेडियम में खोला जाएगा।
झारखंड तीरंदाजी का हब है, यहां के तीरंदाजों के लिए सेंटर फाॅर एक्सिलेंस एक वरदान की तरह है। मुझे पूरा विश्वास है कि भविष्य की भारतीय तीरंदाजी टीम यहीं से तैयार होगी।
संजीव कुमार सिंह, मार्गदर्शक एवं पूर्व अर्जुना-द्रोणाचार्य अवार्डी
माननीय मुख्य मंत्री जी के निर्देशानुसार तीरंदाजी का सेंटर फाॅर एक्सिलेंस दिसंबर में शुरू हो जाएगा। इसके अलावा बहुत जल्द हाॅकी और फुटबाॅल का सेंटर फाॅर एक्सिलेंस भी यहां के खिलाड़ियों के लिए उपलब्ध होंगे।
अमर कुमार बाउरी, मंत्री पर्यटन, कला-संस्कृति, खेल-कूद एवं युवा कार्य विभाग