sportsjharkhand.com टीम
रांची
प्रत्यूष मोहित, पिता राधेश्याम मोहित, माता : आभा रानी उम्र : 15 साल, बोकारो संत जेवियर्स स्कूल में 10वीं का छात्र, पता : क्वार्टर नंबर – 2149 सेक्टर 8 – B बोकारो स्टील सिटी बोकारो 827009. (तस्वीर खबर के साथ संलग्न है) ने बगैर माता-पिता को बताए घर से ATM लेकर क्रिकेटर बनने के लिए 3 सितंबर को बोकारो स्थित घर छोड़ दिया। रांची आने के बाद 4 सितंबर की शाम 5 बजकर 19 मिनट पर स्टेशन रोड स्थित होटल अमृत के पास PNB के ATM से 10 हज़ार रुपये निकाले। इसके बाद से प्रत्यूष का कोई पता नहीं। हरला थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दाख़िल करा दी गई है।
अगर राजधानी या अन्य किसी जगह पर प्रत्यूष आपको दिखे तो तुरंत मोबाइल नंबर 9431162366 पर खबर दें।
पढ़ाई के बढ़ते दवाब के कारण उठाया कदम !
बड़ा भाई NIT जमशेदपुर और बड़ी बहन SRLC दिल्ली में पढ़ाई कर रहे हैं और काफी प्रतिभाशाली विद्यार्थी हैं। स्कूल के प्राचार्य ने डांट लगाई की आप पढ़ाई पर ध्यान दो और अपने भाई-बहन से कुछ सीखो। इसके बाद बैंक कोलकाता रेंज में कार्यरत पिता सोमवार को स्कूल पहुंचते उससे पहले ही प्रत्यूष घर छोड़कर निकल गया।
पिता दो दिनों से क्रिकेट अकादमियों का लगा रहे चक्कर
प्रत्यूष के पिता शुक्रवार और शनिवार को राजधानी के सभी क्रिकेट अकादमियों का चक्कर लगा रहे हैं। सभी प्रशिक्षकों और खिलाड़ियों को तस्वीर दिखाकर पहचान कराने के प्रयास में लगे हैं। हेहल अकादमी, साई मोरहाबादी व धुर्वा, रॉकमेंस, आरसीए, अरगोड़ा समेत सभी खेल अकादमियों का चक्कर लगा चुके हैं।
दीदी के नाम लिखा पत्र : कहा पढ़ाई नही, क्रिकेटर बनना चाहता हूँ
बेटे के गायब होने के बाद प्रत्यूष की कॉपियों से दो नोट मिले जिनमें से एक पत्र दीदी के नाम लिखा था कि दीदी तुम्हे पता है मैं क्या बनना चाहता हूँ। पिताजी के ATM से 30 हज़ार रुपये निकालूंगा। पत्र अधूरा ही रह गया। दूसरे नोट में रांची रहकर क्रिकेट कोचिंग लेने और किट खरीदने संबंधी खर्च की अनुमानित रकम लिखी है।
प्रत्यूष को क्रिकेटर बनना है तो हमें कोई ऐतराज नहीं है, उसे ये बात हम सभी को बतानी चाहिए। प्रत्यूष तुम जहां भी हो जल्दी लौट आओ।
राधेश्याम मोहित, पिता