खबर के साथ लगी मौकापरस्ती की इस तस्वीर को ध्यान से देखिए और राष्ट्रीय खेल घोटालों की पृष्ठभूमि में पिछले दस वर्षों के दौरान खेल प्रेमियों को किसने किसको व कितना ठगा है ? विचारिये ! आखिर क्यों मुद्दई और मुदालय एक मंच पर दिख रहे हैं ? क्या खिचड़ी पक रही है ?
6 अक्टूबर 2010, 15 अक्टूबर 2014 व 10 अक्टूबर 2020 के बीच 10 साल गुजर चुके हैं। अक्टूबर की इन ऐतिहासिक तारीखों के बीच फलनवा व चिलनवा के संबंधों में आए बदलाव को देखकर ख़ुदा भी माथा पीट रहा होगा। विश्वास न हो तो गौर फरमाएं
6 अक्टूबर 2010 : फलनवा ने राष्ट्रीय खेल आयोजन के लिए खेल सामग्रियों की खरीदगी में भ्रष्टाचार का आरोप लगा चिलनवा के खिलाफ FIR दर्ज़ कराई।
15 अक्टूबर 2014 : चिलनवा को जांच एजेंसी ने राष्ट्रीय खेल घोटाले में गिरफ्तार कर जेल भेजा
10 अक्टूबर 2020 : फलनवा ने चिलनवा को सम्मानित किया, खेल विधा में समर्पण-कर्मठता को देखते हुए
शीशा से शीशा टकराए…
जांच का जो भी हो अंजाम…