sportsjharkhand.com टीम
रांची
रविवार 20 अगस्त को गुमला में JSCA ने वर्ष 2016-17 की जो वार्षिक रिपोर्ट सदस्यों के बीच रखी है उसके कई पन्नों पर चैंकानेवाली विरोधाभाषी जानकारियां दर्ज है। रिपोर्ट के पृष्ठ संख्या 4 पर 28 मई 2016 को JSCA स्टेडियम में हुए AGM की मिनट्स आॅफ मीटिंग का दस्तावेज दर्ज है, वही जिसमें आखिरी बार अमिताभ चैधरी अध्यक्ष और राजेश वर्मा बाॅबी सचिव चुने गए थे। लेकिन आश्चर्यजनक तौर पर इस दस्तावेज पर सचिव की हैसियत से हस्ताक्षर देवाशीष चक्रवर्ती उर्फ पिंटू दा के हैं ना कि राजेश वर्मा बाॅबी के। तो क्या 28 मई 2016 को देवाशीष चक्रवर्ती सचिव थे ? नहीं ! क्योंकि इसी रिपोर्ट के एक पन्ने पर दर्ज एक अन्य दस्तावेज बता रहा है कि 2 जनवरी 2017 तक राजेश वर्मा बाॅबी जेएससीए के सचिव थे। तो हस्ताक्षर देवाशीष चक्रवर्ती उर्फ पिंटू दा के क्यों ? दोनों दस्तावेज एक-दूसरे के विरोधाभाषी हैं। तो सच क्या है ?
इंग्लैंड में थे बाॅबी, इसलिए पिंटू दा ने किया हस्ताक्षर !
sportsjharkhand.com को मिली जानकारी के अनुसार इधर के वर्षों में JSCA में मिनट्स आॅफ मीटिंग के दस्तावेज एजीएम से पहले ही तैयार करने की परंपरा बन गयी है। इसी परंपरा का निर्वह्न इस बार भी किया जा रहा था, लेकिन अचानक लाॅटरी लगने के कारण राजेश वर्मा बाॅबी भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम के साथ इंग्लैंड के दौरे पर चले गए। इसी बीच AGM की तिथि 27 की बजाय 20 अगस्त की मुकर्रर हो गयी और अंत में पिंटू दा के हस्ताक्षर के साथ वार्षिक रिपोर्ट छप गयी।
जुन से ही छप रही थी रिपोर्ट
जुन माह में ही कैलाश पेपर्स एंड प्रिंटर्स के पास JSCA की वार्षिक रिपोर्ट छपने के लिए चली गयी थी। पहले AGM जुलाई माह के पहले पखवाड़े में ही होना तय था, लेकिन AGM से पहले ही कुछ सदस्यों की निपटाने की रणनीति के चक्कर में AGM 20 अगस्त को कराना पड़ा। इसी दौरान मिस्टर किंकर्तव्यविमुढ़ भी BCCI के 1.57 करोड़ रुपये को खर्च करने में पसीना बहा रहे थे। वे जब रांची पहुंचे तो हामी के बाद मिनट्स आॅफ मीटिंग फाइनल हुई और छपने चली गयी और हड़बड़ी में छोटी सी गड़बड़ी हो गयी।
एक उपाध्यक्ष ने अध्यक्ष का ध्यान आकृष्ट कराया था
AGM के दौरान मंच पर बैठे एक उपाध्यक्ष ने अध्यक्ष कुलदीप सिंह को निजी तौर पर इस वार्षिक रिपोर्ट ब्लंडर के बारे में बता दिया था। वार्षिक रिपोर्ट तैयार करने के लिए जो कमिटी बनायी गयी थी उसमें सचिव देवाशीष चक्रवर्ती उर्फ पिंटू दा, कोषाध्यक्ष पीएस सेन, परमबीर सिंह और एसबी सिंह शामिल थे। इस मसले पर sportsjharkhand.com ने पिंटू दा का पक्ष लेना चाहा लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।