आखिर क्यों IOA महासचिव राजीव मेहता TFI चुनाव को फुल प्रूफ बनाने में जुटे थे ?

आखिर क्यों IOA महासचिव राजीव मेहता TFI चुनाव को फुल प्रूफ बनाने में जुटे थे ?

sportsjharkhand.com टीम

रांची

26 जुन 2016 को IOA भवन नई दिल्ली में ताइक्वांडो फेडरेशन ऑफ इंडिया (TFI) के चुनाव से पहले भारतीय ओलिम्पिक संघ के महासचिव राजीव मेहता की बेचैनी कई सवालों को जन्म दे रही है। IOA महासचिव कि हैसियत से जिसे निष्पक्ष भूमिका निभानी थी, वो लगातार TFI चुनाव के एक प्रत्याशी प्रभात शर्मा (जो बाद में महासचिव निर्वाचित हुए) के साथ फोन पर बातें और बैठकें कर रहा था। IOA के इतने ऊंचे पद पर बैठा व्यक्ति ऐसा किस लोभ और लालच में कर रहा था,  ये तो वृहद जांच के बाद ही साफ हो पायेगा। sportsjharkhand.com आज आपके साथ दो ऑडियो टेप साझा करने जा रहा है, जो यह बताने के लिए काफी है कि TFI के चुनाव से पहले IOA महासचिव साजिशन एक गुट विशेष के पक्ष में काम कर रहे थे। इन ऑडियो टेप में राजीव मेहता प्रभात शर्मा को TFI का संशोधित संविधान पढ़ने कि सलाह देते हैं और साथ में ये भी हिदायत देते हैं कि ऐसा ना हो कि दूसरे गुट ने कुछ ऐसा संशोधन कर दिया हो कि हमारी पूरी रणनीति ही चौपट हो जाये। 

 

TFI संविधान पढ़ लो…शैतान खोपड़ी है ये, ऐसे ही नही उछल रहा

प्रभात शर्मा को IOA के महासचिव राजीव मेहता एक ऑडियो में कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि ऐसा ना हो कि इसने (हरीश कुमार ने) कुछ ऐसा संशोधन ना कर दिया हो कि हम हाथ पे हाथ धरे रह जाएं और वो बाज़ी मार ले जाये। एक वकील के साथ बैठकर एक-एक पॉइंट को ध्यान से पढ़ लो, ऐसा ना हो बाद में दिक्कत हो जाये। 1 मिनट 36 सेकंड और 1 मिनट 3 सेकंड के ये ऑडियो टेप भारत में शीर्ष स्तर पर खेल के साथ खिलवाड़ को प्रतिबिंबित करने को पर्याप्त हैं।

 

लंगोट के ढीलों पर विशेष कृपा बरसाते रहे हैं राजीव मेहता

IOA महासचिव राजीव मेहता की विशेष कृपा झारखंड के उन खेल प्रशासकों पर रही है, जो लंगोट के ढीले रहे हैं। एक का मामला तो ऑडियो-वीडियो टेप के ज़रिए लगातार बाहर आ रहा है लेकिन एक और खेल प्रशासक पर भी राजीव मेहता की नजर-ए-इनायत रही है। उस खेल प्रशासक के लिए राजीव मेहता ने लंगूर के हाथ में अंगूर थमाने की कहावत को चरितार्थ किया था। आखिर ऐसा क्या खास है झारखंड के ढीले लंगोटधारियों में कि सिर्फ और सिर्फ उन्हीं के ऊपर राजीव मेहता उपकार पर उपकार किये जाते हैं ?

 

IOA आखिर प्रभात शर्मा पर क्यों नहीं कर रहा कार्रवाई ?

महिला खिलाड़ियों से कैश अवार्ड में कमीशन मांगने, लूज़ टॉक करने, भाई संजय शर्मा पर लगे यौन आरोप को पैसे से मैनेज करने समेत दर्ज़नो ऑडियो-वीडियो टेप सामने आने के बाद भी IOA प्रभात शर्मा पर कार्रवाई क्यों नही कर रहा ? इसका जवाब है भ्रष्टाचार के आरोप में IOA से बाहर किये गए सुरेश कलमाड़ी की सरपरस्ती ! sportsjharkhand.com को जानकारी मिली है कि TFI से इस्तीफा देने के बढ़ते दवाब के बाद प्रभात शर्मा कलमाड़ी के शरण में गए और वहां से आशिर्वाद मिलने के बाद उन्होंने अपने अध्यक्ष की सलाह भी नही मानी। और खेल प्रेमी इस सच को जानते हैं कि IOA में कलमाडी की हैसियत की चर्चा बेमानी है।

 

नोट : sportsjharkhand.com ऑडियो की प्रामाणिकता साबित नहीं करता। ऑडियो सामने आने के बाद पत्रकारिता के उचित मापदंडों के अनुसार जनहित में खबर का प्रकाशन किया गया है।